कानपुर। उ०प्र० कांग्रेस कमेटी के सदस्य एवं मुस्लिम वेलफेयर एण्ड एजूकेशनल संस्था के सचिव इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि केंद्र व उ०प्र० की सरकार जनता को परेशान करने में कोई कसर नही छोड़ रही, महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी। लेकिन सरकारे जनता का पैसा पानी की तरह विज्ञापनों में बहा रही है। किसी योजना के शुभारंभ करने का जितना बजट होता है। उसके विज्ञापनों में उससे ज़्यादा खर्च कर दिया जाता है। तभी भ्रष्टाचार भी चरम पर पहुंच जाता है। पुलों का गिरना, सड़कों का टूटना उसी भ्रष्टाचार की निशानी है। बढ़ती महंगाई से जनता त्रस्त हो गई है। पेट्रोल, डीजल के दाम किसानों की कमर तोड़ रहे हैं। रसोई गैस से गृहणियां को घर चलाना मुश्किल हो गया है। हर मोर्चे पर सरकार पूर्ण रुप से विफल है। शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है, पूरे देश में विश्वविद्यालयों में प्रवक्ताओं के हज़ारों पद रिक्त है। सरकार का उस ओर ध्यान नही छात्र/छात्राओं को छात्रवृत्ति में भी घोटाला हो जाता है। भ्रष्टाचारी यूनिफॉर्म, बैग, किताबें भी बेच देते है। उ०प्र० में उर्दू को द्वितीय भाषा का दर्जा मिलने के बावजूद कक्षा 6 से 8 तक उर्दू की किताबों का वितरण नही किया जाता। सरकार की नीतियों ने गरीब, मज़दूर, किसान, व्यापारी, सरकारी व प्राइवेट नौकरी करने वाले सभी परेशान है। गृहिणी का घरेलू गैस सिलेंडर, सरसो के तेल, दालों सब्जियों के बढ़े दामों से बजट बिगाड़ दिया। लेकिन सरकार को इसकी कोई परवाह नही जनता के टैक्स का पैसा विज्ञापनों पर बर्बाद करने वाली सरकारो को जनता यूपी में 2022 व केंद्र के 2024 के चुनाव में जवाब देने के लिए बेकरार है।