हमीरपुर। प्रभारी मंत्री राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार एस्टांप एवं न्यायालय शुल्क तथा पंजीयन विभाग उत्तर प्रदेश रवींद्र जायसवाल ने अपने जनपद के भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत बाढ़ प्रभावित क्षे़त्रों का भ्रमण कर बाढ़ प्रभावितों को हर सम्भव मदद का विश्वास दिलाया। बाढ़ प्रभावित 43 लोगो को ड्राई राशन किट तथा 1610 प्रभावितों को लंच पैकेट को वितरण प्रभारी मंत्री मा0 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार एस्टांप एवं न्यायालय शुल्क तथा पंजीयन विभाग उत्तर प्रदेश रवींद्र जायसवाल के द्वारा किया गया। तथा जनपद में चल रहे बाढ़ राहत कार्याे के बारे संतोष व्यक्त करते हुये जिला प्रशासन की सराहना की। इसके पश्चात बाढ़ से संबंधित विभिन्न व्यवस्थाओं विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। जिसमें जिलाधिकारी डा. त्रिपाठी ने बताया कि जनपद में कृषि क्षेत्रफल के कुल 62 गांव प्रभावित है। जिसमें विकास खण्ड कुरारा के 38 गांव विकास खण्ड सुमेरपुर के 24 गाव प्रभावित है। जिलाधिकारी द्वारा मंत्री को जनपद स्तर पर बाढ़ से निपटने हेतु रणनीति के बारे में बताया गया कि सभी बाढ़ प्रभावित ग्रामों में नोडल अधिकारी बनाया गया। जो अपने.अपने ग्रामों में रह कर कार्य कर रहे हैं साथ ही तहसील स्तर पर उपजिलाधिकारी एवं विकास खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जो बचाव कार्य में लगे हुये हैं। जनपद में बाढ़ नियंत्रण हेतु कलेक्ट्रेट में 24 घण्टे क्रियाशील बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी। जिसका दूरभाष नं0. 05282,222330 है। जिस पर कर्मचारियों की डियूटी लगायी गयी हैं। इसी प्रकार सभी तहसीलों विकासखंडों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किये जा रहे हैं हैं। जनपद में संबंधी सूचना का आदान प्रदान करने हेतु जनपद के ग्रामों में जिनमें बाढ़ की सम्भावना थी। उनमें चेतावनी का प्रसारण कराया गया है एवं लोगो को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बाढ़ के राहत कार्याे हेतु एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमों से बात कर ली गई है। जरूरत पड़ने उन्हें बुलाया जाएगा, वर्तमान में पीएसी की व्यवस्था कर ली गई है। बचाव कार्य हेतु लोकल मछुवारों की तथा नावो की पर्याप्त व्यवस्था कर ली गई है। जनपद में बाढ़ से प्रभावी ढंग से निपटने हेतु 36 बाढ़ चौकी स्थापित की गई है। सभी बाढ़ प्रभावित ग्रामों में राहत टीम के साथ मेडीकल टीम भी लगा कर दवाओं किट एवं आवश्यक उपचार देने ओआरएस एवं क्लोरीन की टेबलेट का भी वितरण कराने की व्यवस्था की गई हैं। इसी प्रकार पशुओं हेतु भी बेटनरी मेडीकल टीम ग्रामों में भ्रमण कर राहत कार्य कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित ग्रामों में अब तक सूखा राशन, लैया, चना आदि लंच पैकेट जिला प्रशासन द्वारा वितरित कराने की व्यवस्था की गई हैं। बाढ़ से प्रभावित होने ब्लाक में बाढ़ से निपटने के लिये टीमें बनायी गयी हैं। संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु पम्पलेट, हैण्डबिल एवं समाचार पत्रों के माध्यम से प्रचार.प्रसार करवाया जा रहा हैं। प्रत्येक बाढ़ ग्रसित क्षेत्र के चिकित्सालयों पर पर्याप्त मात्रा में औषधियां उपलब्ध हैं। बाढ़ से बचाव हेतु ब्लाक स्तर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किया गया हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में 2 राहत कैम्प खोले गये है। जिसमें की कुछेछा डिग्री कांलेज में 1700 सौ परिवार तथा विद्या मन्दिर हमीरपुर में 54 परिवार की रहने की व्यवस्था की गयी है। तथा 1100 प्रभावित पशुओं को भी विस्थापित किया गया है। प्रभारी मंत्री ने किसानों के हुये नुकसान का सर्वे बीमा कम्पनियों से कराने तथा नुक्शान की भरपायी (क्लेम) का भुगतान 30 दिन के अन्दर कराने के निर्देश दिए। राहत किट फ्री राशन वितरण के अतिक्ति बाढ़ पीड़ित परिवारों को वितरण किया जायेगा। इस मौके पर सदर विधायक युवराज सिंह, विधायक राठ श्रीमती मनीषा अनुरागी, अध्यक्षा जिला पंचायत हमीरपुर, श्रीमती जयन्ती राजपूत, पुलिस अधीक्षक कमलेश कुमार दीक्षित, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विनय प्रकाश श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे राजेश कुमार यादव,मुख्य विकास अधिकारी कमलेश कुमार वैश्य,अध्यक्ष नगर पालिका परिषद हमीरपुर कुलदीप कुमार निषाद, अन्य संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे। प्रभारी प्रभारी मंत्री राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार स्टांप एवं न्यायालय शुल्क तथा पंजीयन विभाग उत्तर प्रदेश रवींद्र जायसवाल एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा कलेक्ट्रेट परिसर में वृक्षारोपण किया गया। इस मौके पर मंत्री द्वारा जनपद में कोयलिया के पेड़ लगवाने के निर्देश जिला वनाधिकारी को दिये। उन्होने बताया कि कोयलिया के पेड की लकड़ी से खिलौने आदि बनते है। जिससे लोगो को रोजगार मिलेगा।