कानपुर : उत्तर प्रदेश सरकार दबंग भू माफियाओं पर लाख शिकंजा कसने की बातें कहे लेकिन प्रदेश की जो वास्तविक हकीकत है वह कुछ और ही बयां कर रही है। बेखौफ दबंग भूमाफिया गरीबों की जमीन पर शिकंजा कसते जा रहे हैं और गरीब प्रशासन से मदद की गुहार लगाते हैं, तो सिर्फ बदले में आश्वासन ही मिलता है। मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर के महाराजपुर थाना क्षेत्र में बेखौफ दबंग भू माफियाओं का कहर देखने को मिला है जहां एक व्यक्ति में थाने में तहरीर देते हुए न्याय की गुहार लगाई लेकिन उसे उसके एवज में सिर्फ आश्वासन ही मिला।
12 अगस्त 2021 गुरुवार को महाराजपुर थाना पुलिस ने जमीन पर कब्जे की जगह पर काम रुकवाया है और पीड़ित किसान को न्याय का आश्वासन दिया है।
क्या है पूरा मामला
बृजलाल पुत्र सुखलाल जोकि गडरियानपुरवा कर्बीगांव के रहने वाले हैं। उन्होंने थाने में शिकायत दी पत्र देते हुए आरोप लगाया है कि उनकी जमीन पर मीना यादव पत्नी विनोद यादव जोकि गौशाला डिफेंस कॉलोनी जाजमऊ थाना क्षेत्र की रहने वाली है उनके द्वारा पीड़ित की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। पीड़ित का आरोप है कि जब है शिकायत करने गया तो उसे सिर्फ आश्वासन दे दिया गया लेकिन मामले पर कोई कार्यवाही नहीं की गई और दबंग भूमाफिया जमीन पर कब्जा करने में लगे हुए हैं।
आखिर क्यों परस्त पुलिस
पीड़ित द्वारा जब थाने में तहरीर देते हुए न्याय की गुहार लगाई गई इसके बाद आखिर प्रशासन की आंखें क्यों नहीं खुली, यह सबसे बड़ा सवाल पुलिस की कार्यशैली पर खड़ा होता है। मीडिया से वार्तालाप के दौरान पीड़ित ने जब अपना दर्द बताया, पीड़ित किसान ने आरोप लगाया कि उसकी जमीन पर जबरन कब्जा किया जा रहा है जिसकी शिकायत उसने प्रशासन से भी की लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़ित ने कहा कि उसने कब्जा करने वाले लोगों से हाथ जोड़कर गड़गड़ा कर विनती भी की कि वह उनसे लड़ने लायक नहीं है छोटी सी जगह है रहम कर दें लेकिन फिर भी किसी का दिल नहीं पसीजा। तब जाकर पीड़ित ने प्रशासन की सुध ली लेकिन वहां से भी उसको कुछ खास हाथ नहीं लगा लगता है कि शायद थाने के भी दरवाजे पीड़ित के लिए बंद नजर आए। अब देखना यह है कि प्रशासन आखिर कब तक कार्यवाही करता है या आश्वासन देने पर प्रशासन कितनी देर बाद जागता है।