कानपुर। बर्रा के पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जाँच कराने व अमन के दुशमनों को ऐसा सबक मिले दोबारा ऐसी हरकत न कर सकें। इसी को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप का पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड की अगुवाई में कानपुर नगर के पुलिस कमिशनर से मिला व ज्ञापन प्रेषित किया। प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस कमिशनर असीम अरुण से वार्ता करते हुए अवगत कराया कि कानपुर बर्रा.8 में एक बस्ती में दो पड़ोसी कुरैशा बेगम व रानी के परिवार में बाइक के मुद्दे को लेकर झगड़ा शुरु हुआ था। इसमे कुरैशा बेगम ने रानी व उनके परिवार द्वारा मारपीट करने व रानी ने 09 जुलाई को कुरैशा बेगम के पुत्रों द्वारा किशोरी पुत्री से छेड़छाड़ व धर्म परिवर्तन का दबाव डालने की शिकायत बर्रा थाना में की थी। रानी ने पुलिस कार्यवाही न करने की बात कही और उसके बाद बजरंग दल के पदाधिकारी स्वयं ही पुलिस व जज की तरह कुरैशा बेगम के घर सैकड़ो की तादात में उसके पुत्रों को सज़ा देने पहुंचे, घर पर उसके पुत्र नही मिले, लेकिन सड़क पर कुरैशा बेगम का देवर ई रिक्शा चलाने वाला अफसार मिल गया, बजरंग दल के लोग उसके साथ मारपीट के साथ जय श्रीराम के नारे लगवाए अपने पिता को पीटते देख उसकी मासूम बच्ची अपने पिता से लिपटकर रोती.गिड़गिड़ाती अब्बा को छोड़ने की फरियाद करती रही, लेकिन बच्ची की फरियाद बजरंग दल की हिंसक भीड़ ने नही सुनी, उनको बच्ची पर रहम नही आया वो अफसार को पीटते रहे और जय श्रीराम के नारे लगवाते रहे पुलिस ने बड़ी मुश्किल से अफसार को बजरंग दल के लोगो से बचाया।
पुलिस ने जब बजरंग दल के लोगो के साथ सख्ती की कानून व्यवस्था बिगड़ने से बचाने वाली पुलिस पर ही उल्टा आरोप लगाकर पुलिस पर ही भेदभाव का आरोप लगाकर कार्यवाही की मांग करने लगे। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद हालात और खराब होते, इससे पहले ही मारपीट व जबरदस्ती जय श्रीराम के नारे लगाने वालों पर कार्यवाही करते हुए पुलिस ने विहिप के नगर मंत्री समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया और कुरैशा बेगम के पुत्रो की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिशें भी डाल रही है। शहर का खुशगवार माहौल को खराब करने वालों पर कार्यवाही होनी चाहिए वो फिर किसी भी धर्म व संगठन से जुड़े हो जबरन धर्मांतरण कराने की शिकायत की भी जाँच कर दोषियो पर कड़ी कार्रवाई करे। यह घटना देश के संविधान को चुनौती देने वाली है साथ ही मुसलमानों को भयभीत, भड़काने व हिंदू सनातन धर्म का भी अपमान है कोई भी ज़ोर जबरदस्ती कर दूसरे धर्म के लोगो के अपमान की इजाज़त नही देता। लेकिन अमन के दुश्मनों को तो धर्म से क्या मतलब उनको तो अमन बिगाड़ना है बस ! अमन के दुशमन कानपुर नगर के खुशगवार माहौल को खराब करने का प्रयास कर रहे है।कानपुर पुलिस ने अपनी भूमिका का पूरी तरह निर्वाहन किया। पुलिस की कार्यशैली सराहनीय रही साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिशों को नाकाम किया। लेकिन ऐसी घटनाएं दोबारा न हो, इस ओर अधिक ध्यान देना अति आवश्यक है। इसी से सम्बंधित ज्ञापन भी कानपुर पुलिस कमिश्नर को दिया पुलिस कमिशनर असीम अरुण ने प्रतिनिधि मंडल की बातो को ध्यानपूर्वक सुना व प्रकरण की जाँच कराने व दोषी बख्शे नही जाने का भरोसा दिया। प्रतिनिधि मंडल व ज्ञापन मे इखलाक अहमद डेविड, इमरान पठान, रिज़वान अहमद, शफाअत हुसैन डब्बू, अयाज़ अहमद चिश्ती, मोहम्मद मुबश्शीर, एजाज़ रशीद आदि लोग मौजूद थे।