9 KM लंबे प्रयॉरिटी कॉरिडोर में आईआईटी से मोतीझील के बीच मेट्रो ट्रैक का आधार पूरी तरह तैयार
मोतीझील स्टेशन पर रखा गया आख़िरी 624वां U-गर्डर
कानपुर नगर। कानपुर शहर में यातायात की सुगम आवाजाही सुनिश्चित करने और शहर में प्रदूषण और यातायात की भीड़ को कम करने के लिए मेट्रो ट्रेन की आवश्यकता है। भारत सरकार और यूपी सरकार की मदद से कानपुर मेट्रो परियोजना को युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है।
यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन, स्थानीय प्रशासन और सरकार द्वारा कड़ी निगरानी से मेट्रो निर्माण के काम को समय पर पूरा करना और परियोजना की समयसीमा सुनिश्चित करना संभव हो पा रहा है।
कार्य प्रगति की समीक्षा करने और परियोजना पर अपडेट प्राप्त करने के लिए आज शनिवार को कमिश्नर ने कार्य स्थल का दौरा किया।
इस भ्रमण में पीडी कानपुर मेट्रो अरविंद सिंह और उनकी टीम मौजूद थी।
आयुक्त द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण तथ्य अवलोकन और निर्देश।
आज की तारीख में 1 किलोमीटर (आईआईटी से मोतीझील तक) के प्राथमिकता खंड पर काम 90 प्रतिशत है। बाकी 10 फीसदी इस महीने तक पूरा कर लिया जाएगा। कार्यों को फिनिशिंग टच दिया जा रहा है।
अग्नि आवश्यक सुरक्षा उपकरणों को स्थापित किया जा रहा है और इसे इस महीने के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा। अंतिम ’’अग्नि परीक्षण’’ ;पितम ेंमिजल बीमबापदहद्ध नवंबर के पहले सप्ताह में किया जाएगा।
पूरी मेट्रो (ट्रेन और स्टेशन) ’’दिव्यांगों के अनुकूल’’ है। सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं जैसे उचित संकेत, ब्रेल अंकन और दिशा निर्देश प्रणाली, सार्वजनिक पता प्रणाली, स्टेशनों पर व्हील चेयर सुविधाएं, बूथों पर सहायता सुविधाएं आदि।
मेट्रो डिपो का काम और मेट्रो सेंट्रल ऑफिस का काम 95प्रतिशत पूरा हो गया है। शेष अगले 15 माह में पूरा कर लिया जाएगा।
मेट्रो का पहला ट्रेन कानपुर डिपो में आ गया है और इसकी असेंबलिंग और चेकिंग जारी है। जल्द ही ट्रायल और टेस्टिंग की जाएगी।
अभी तक मेट्रो के लिए कोई केंद्रीकृत ’’हेल्पलाइन नंबर’’ या ’’कॉल सेंटर’’ नहीं है।
इसकी आवश्यकता को देखते हुए आयुक्त ने पीडी मेट्रो को कानपुर मेट्रो के लिए एक प्रभावी केंद्रीकृत ’’हेल्पलाइन’’ नम्बर की योजना बनाने का निर्देश दिया।
आयुक्त ने कानपुर मेट्रो के लिए एकीकृत मोबाइल ऐप के लिए काम करने और योजना बनाने के लिए भी कहा ताकि लोग आसानी से और प्रभावी ढंग से मेट्रो की सेवाओं का उपयोग कर सकें।
पीडी मेट्रो ने जल्द ही इस पर काम करने का आश्वासन दिया है।
आयुक्त ने पीडी को हर मेट्रो स्टेशन पर स्तनपान कराने वाली माताओं की मदद करने के लिए ’’मदर केयर कॉर्नर’’ की अतिरिक्त सुविधाएं सुनिश्चित करने और हर मेट्रो स्टेशन पर डायपर बदलने आदि जैसी मदर केयर भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
पीडी मेट्रो ने आयुक्त को बताया कि प्राथमिकता वाले खंड के 9 किलोमीटर का गर्डर बिछाने का काम अब पूरा हो गया है।
आयुक्त ने उपरोक्त को देखते हुए पीडी मेट्रो को इस महीने के अंत तक मेट्रो रूट की सभी क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत करने को कहा।
पीडी मेट्रो ने कमिश्नर को बताया कि आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए प्रत्येक मेट्रो कोच में एक ’’पैनिक बटन’’ या ’’इमरजेंसी बटन’’ होगा। जिसे ट्रेन के ड्राइवर/पायलट के साथ एकीकृत किया जाएगा और मेट्रो डीपो में स्थित पुलिस/मेट्रो कंट्रोल सेट अप के साथ भी जोड़ा जाएगा। ताकि आपात स्थिति में चीजों को समय पर प्रभावी ढंग से संभाला जा सके।