कानपुर देहात। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कलेक्ट्रेट परिसर में पराली दान करने वाले कृषकों को शाल भेट कर सम्मानित किया गया। कलेक्ट्रेट परिसर में ट्रैक्टर ट्राली पर 50 कुंतल पराली, गौशालाओं में दान करने हेतु पहुचे कृषक राजन उर्फ शिवओम निवासी ताहरपुर महदू, विकासखण्ड अकबरपुर, ब्रजेश कुमार पुत्र छोटेलाल ज्योतिस पालनगर, अकबरपुर, हिमांशु पुत्र वीजेन्द्र सोनकर निवासी सरवनखेडा विकासखण्ड सरवनखेडा, अकबरपुर एवं संध्या अग्निहोत्री पत्नी प्रेमप्रकाश निवासिनी दुर्गापुर, अकबरपुर, कानपुर देहात को जिलाधिकारी द्वारा सम्मानित करते हुए, अन्य कृषको से भी इनका अनुसरण करने की अपेक्षा की गयी। जनपद में जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग द्वारा विस्तृत जागरूकता अभियान चलाये जाने के उपरान्त भी कुछ कृषकों द्वारा खेती से बचे फसल अवशेषों को जलाया जा रहा है, दिनांक 15.11.2021 तक जनपद में फसल अवशेष जलाने की कुल 23 घटनाऐं घटित हो चुकी है तथा इस प्रवृत्ति में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है। फलस्वरूप न केवल पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है बल्कि चारे की कमी के साथ-साथ मृदा उर्वरता भी दुष्प्रभावित हो रही है एवं मृदा में मौजूद कार्बनिक तत्वों एवं मित्र कीट भी नष्ट हो रहे है। फसल अवशेष जलाये जाने का दुष्प्रभाव वायु प्रदूषण में धूम्र-कोहरा (स्मॉग) के रूप में जनस्वास्थ्य खास कर वृद्धों एवं बच्चों के स्वास्थ को प्रतिकूल रूप से प्रभावित कर रहा है तथा ऐसे फसल अवशेषों को जलाये जाने के कारण कतिपय स्थानों पर अग्निकाण्ड जैसी घटनायें भी घटित होती है ऐसे में यदि कृषक बन्धु पराली को गौशालाओं को दान करते है तो जंहा एक ओर पराली प्रबन्धन हो सकेगा, वहीं दूसरी ओर गौशालाओं की चारे की समस्या का भी खत्म हो जायेगी। जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर प्राप्त पराली को कान्हा गौशाला बाढापुर, करसा गौशाला एवं नरिहा गौशाला को उपलब्ध कराया गया। जनपद में दिनांक 15.11.2021 तक कुल 15 मै0टन पराली गौशालाओं को दान रूप में प्राप्त हुयी हैै। कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक विनाद कुमार यादव, जिला कृषि अधिकारी उमेश गुप्ता एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 देवकी नन्दनलावनिया आदि कृषक उपस्थित रहें।