सिकंदराराऊ। अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के तत्वावधान में रेजांगला शौर्य दिवस काव्य गोष्ठी एवं सैनिक सम्मान समारोह द्वारा ग्लोबल एजूकेशन सेंटर पर मनाया गया। जिसकी अध्यक्षता सरस्वती विद्या मंदिर के प्रवक्ता मुकेश यादव ने की एवं संचालन कवि अवनीश यादव ने किया।अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के अलीगढ़ मण्डल अध्यक्ष महेश यादव संघर्षी, हरपाल सिंह यादव प्रदेश सचिव एवं संजय यादव जिला अध्यक्ष हाथरस ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि 18 नवम्बर 1962 को भारत-चीन युद्ध के दौरान लेह लद्धाख के रेजांगला चौकी पर चीन के 3000 से अधिक सैनिकों और भारत के 13 कुमायूँ रेजिमेंट के चार्ली कम्पनी के 120 सैनिकों के बीच आमने सामने का विश्व विख्यात युद्ध हुआ था। भारत की तरफ से लड़ रहे सभी 120 सिपाही यादव जाति के थे, रात भर चले इस युद्ध में भारत के वीर अहीरों ने चीन के 1400 से अधिक सैनिकों को मार गिराया था व बाकी बचे चीनी सैनिक जान बचाकर भाग खड़े हुए। लेकिन इस युद्ध में हमारे 114 वीर अहीर भी शहीद हो गए थे व 6 जवान लापता हो गए। भारत के 120 अहीर जवानों ने सीमित गोला बारूद के बाद भी बड़ी बहादुरी से चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए, रेजांगला पोस्ट पर तिरंगा लहरा दिया ।
गोष्ठी का प्रारम्भ अवनीश यादव की सरस्वती वंदना से हुआ। उसके बाद हास्यकवि पंकज पण्डा ने सुनाया –
प्यार वतन से था जिन्हें, गए जान तक बार।
मरते दम तक जो लड़े, उनको नमन हजार।
अवनीश यादव ने ओज स्वर में पढ़ा –
जान वतन लुटाने वाले शहीदों को है नमन हमारा।
युगों युगों तक याद करेगा तुम्हें शहीदो वतन हमारा।।
अवशेष कुमार विमल ने पढ़ा –
शहीदों की मिट्टी को सौ सौ नमन है।
ये ऊँचा तिरंगा ही जिनका कफ़न है।।
शायर शिवम कुमार आज़ाद ने शेर पढ़ा –
धर्म उनका है क्या हमको बतलाइए
रात दिन जो लड़े सरहदों के लिए।
समारोह में आर्मी सैनिक सिंटू कुमार यादव एवं कवियों को स्मृति चिह्न एवं माल्यार्पण द्वारा सम्मानित किया गया।
समारोह में आनन्द वर्मा, राकेश शेखावत, हिमांशु यादव, राजेश यादव, मुकेश यादव, संदीप यादव, संजय यादव, अर्चना यादव, सुधीर यादव, मयंक यादव आदि उपस्थित रहे।