रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता। मकर संक्रांति के अवसर पर शनिवार को क्षेत्र के गंगा तटों पर आस्था का सैलाब उमड़ा। कड़ाके की भीषण ठंड में लोगों की भारी भीड़ गंगा तटों पर जमा हो गई। स्नान दान का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा।आज दिनांक 15 जनवरी 2021 को दक्षिण वाहिनी मां गंगा गोकर्ण ऋषि की तपस्थली गोकना घाट पर कड़ाके की ठंड के बावजूद मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर तहसील प्रशासन व पुलिस प्रशासन की देखरेख में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान कर पूजा अर्चना करके पुरोहितों को दान दक्षिणा दिया। ऊंचाहार क्षेत्र के गंगा घाट गोकना सहित ,पूरे तीर ,कोटरा बहादुर गंग में भी शनिवार सुबह से ही भीड़ एकत्र होना शुरू हो गई। प्रातःकाल से ही लोगों की आस्था के सामने शीतलहर का कोई मायने नहीं रहा।मां गंगा गोकर्ण जन कल्याण सेवा समिति के सचिव पंडित जितेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि आज मकर संक्रांति खिचड़ी का पर्व है इससे पूर्व 14 जनवरी को खिचड़ी होती थी, सूर्य देव धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं इस लिए सूर्य देव दक्षण से दक्षिणायन से उत्तरायण हो जाते हैं ,आज ही के दिन का इंतजार गंगापुत्र भीष्म पितामह ने की थी जो कि अपने जीवन के आखिरी समय में बाणों की शैया पर लेटे हुए इच्छा मृत्यु पाने वाले गंगापुत्र भीष्म पितामह जी ने मोक्ष को इसी दिन प्राप्त किया था। हालांकि इस दौरान कोविड नियमों की भी खुलकर धज्जियां उड़ाई गई। गोकना गंगा घाट पर मेले जैसा नजारा रहा। सुबह से शुरू हुआ आस्था का सिलसिला दोपहर बाद तक चलता रहा।