Sunday, April 28, 2024
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कोरोना से मुक्ति को द्वादश ज्योतिर्लिंग और शक्ति पीठों की यात्रा पर शंकराचार्य अधोक्षजानंद

पूर्वोत्तर की दस दिवसीय यात्रा सम्पन्न कर पहुंचे तीर्थराज प्रयाग
माघ मेले में 15 दिन की होगी विशेष आराधना
इससे पहले गुजरात, मप्र, महाराष्ट्र आध्रप्रदेश और तमिलनाडु की यात्रा कर वहां के ज्योतिर्लिंगों का किए अभिषेक
प्रयागराज। देश और दुनिया को कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने के लिए पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज पिछले कई माह से द्वादश ज्योतिर्लिंगों एवं देश भर के शक्ति पीठों में विशेष आराधना का अनुष्ठान कर रहे हैं। इसी क्रम में पूर्वोत्तर भारत की दस दिवसीय यात्रा सम्पन्न कर तीर्थराज प्रयाग में चल रहे माघ मेले में आज वह पहुंचे हैं।
जगद्गुरु शंकराचार्य अब माघ मेला क्षेत्र में त्रिवेणी रोड स्थित अपने शिविर में ही करीब 15 दिन तक प्रवास कर कोरोना महामारी से देश व दुनिया को निजात दिलाने के उद्देश्य से विशेष आराधना एवं यज्ञ का अनुष्ठान करेंगे। इसके बाद भारत यात्रा के क्रम में फिर वह यहां से प्रस्थान करेंगे।
शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद देव तीर्थ ने बताया कि द्वादश ज्योतिर्लिंगों, अन्य सिद्ध शिवालयों एवं देश भर के शक्ति पीठों में विशेष आराधना के उद्देश्य से 20 नवम्बर, 2021 से वह भारत भ्रमण पर निकले हुए हैं। तीर्थगुरू पुष्कर में दर्शन पूजन के बाद उन्होंने अपनी यात्रा प्रारम्भ की। वहां से साधु-संतों और विद्वानों की टोली के साथ जगद्गुरु शंकराचार्य प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ महादेव, त्रयंबकेश्वर, भीमाशंकर, घृष्णेश्वर, ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, परली बैजनाथ, श्रीशैलम और रामेश्वरम् समेत कई शिवालयों व देवालयों में उन्होंने पूजन-अभिषेक सम्पन्न किया।
इसी क्रम में साधु-संतों और विद्वानों की टोली के साथ शंकराचार्य देव तीर्थ दस दिवसीय प्रवास पर पूर्वोत्तर भारत में रहे। 22 जनवरी को दिल्ली से वह गुवाहाटी पहुंचे। असम सरकार के कैबिनेट मंत्री पीयूष हजारिका ने जगद्गुरु की गुवाहाटी में आगवानी की। इसके अलावा विभिन्न धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों और राज्य सरकार के प्रतिनिधियों ने पूर्वोत्तर की यात्रा पर आये शंकराचार्य देव तीर्थ का जोरदार स्वागत किया।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने भी सपत्नीक शंकराचार्य का अपने राज्य में स्वागत किया। राज्य सरकार के कई मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भी जगह-जगह शंकराचार्य की आगवानी की और उनका स्वागत किया।
गुवाहाटी में जगद्गुरु ने सबसे पहले मां कामाख्या का विधि विधान से दर्शन व पूजन किया। इसके बाद नीलांचल पर्वत के शिखर से महाबाहू ब्रम्हापुत्र का अवलोकन करते हुए शंकराचार्य अधोक्षजानंद जी महाराज ने ब्रह्मपुत्र टापू में स्थित मां कामाख्या के भैरव श्री उमानंद महादेव जी की अर्चना की।
यात्रा के क्रम में शंकराचार्य देव तीर्थ शक्ति पीठ दिर्घेश्वरी पहुंचे, जहां मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने उनका परंपरागत तरीके से स्वागत किया। शंकराचार्य ने यहां भी विधि विधान से देवी का दर्शन व पूजन किया। इसके बाद वह नलबाड़ी जिले में स्थित केदारेश्वर मंदिर गये और वहां भगवान शंकर की आराधना की। शंकराचार्य ने हाजो स्थित माधव मंदिर पहुंचकर वहां भी दर्शन और पूजन किये।
इसके बाद जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री अधोक्षजानंद 27 जनवरी को तीन दिवसीय यात्रा पर अरुणाचल पहुंचे। प्रदेश की राजधानी ईटानगर पहुंचने पर राज्य के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री तागे ताकी ने जगद्गुरु की अगवानी की एवं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीआर वाघे ने पारंपरिक तलवार दाव और टोपी पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष टी. टारक और ज्वाइंट सेकेट्री प्रोटोकॉल बी. नीमे भी मौजूद रहे।
जगद्गुरु शंकराचार्य ईटानगर से हिमालय क्षेत्र जीरो गये। वहां जिला के कलेक्टर और एसपी समेत अन्य अधिकारियों एवं धार्मिक लोगों ने शंकराचार्य जी का स्वागत किया।
हिमालय क्षेत्र जीरो के घनघोर जंगल में विशाल स्वयंभू शिवलिंग जिनकी ऊंचाई 25 फिट है। शंकराचार्य जी ने यहां अनेक साधु-संत और विद्वानों के साथ प्रातः आठ बजे से विधिवत पूजन, अभिषेक, आरती और पुष्पांजली अर्पण किया और यज्ञ हवन कर क्षेत्र की सुख समृद्धि व राष्ट्र के कल्याण की कामना की। पूरे कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार द्वारा सुरक्षा के ब्यापक प्रबन्ध किये गये थे। जीरो के पुलिस अधीक्षक हर्ष इंदौरा भी भारी पुलिस बल के साथ पूरे कार्यक्रम में मौजूद रहे।
यज्ञ-पूजन के बाद जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा कि इस सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव परिवार सहित साक्षात विराजमान है। इससे समूचा पूर्वोत्तर समृद्धशाली होगा। शंकराचार्य जी ने कहा कि पूर्वोत्तर में ही सूर्य उदय होता है। यहीं से भारत का भाग्योदय होगा और यहां विराजमान महादेव की कृपा से भारत एक बार फिर विश्व गुरु बनेगा।
शंकराचार्य अधोक्षजानंद देव तीर्थ जी महाराज के त्रिवेणी मार्ग दक्षिण पटरी झूसी थाना के पास माघमेला शिविर मे शंकराचार्य के आगमन पर भक्तों श्रद्धालुओं ने स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
स्वागत करनें वालों में बिहार खगड़िया के विधायक छत्रपति यादव, तुलसी नीम पीपल अभियान के सस्थापक डाक्टर धर्मेंद्र कुमार वरिष्ठ कांग्रेस नेता बिहार नागेंद्र कुमार विकल, पर्यावरण सलाहकार गुलशन कुमार अन्य संत श्रद्धालु मौजूद रहे।