Saturday, May 4, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » –यहाँ सब हैं लाचार क्या कीजियेगा, कवियों ने प्रस्तुति से बांधा समां

–यहाँ सब हैं लाचार क्या कीजियेगा, कवियों ने प्रस्तुति से बांधा समां

ऊंचाहार/रायबरेली,पवन कुमार गुप्ता।व्यापार मंडल द्वारा गुरुवार की रात सब्जी मंडी में सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में उपजिलाधिकारी ऊंचाहार राजेश कुमार मौजूद रहे। सर्वप्रथम कार्यक्रम संयोजक धर्मेन्द्र मौर्य ने सभी कवियों को बैज, शाल, स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया। इसके बाद कवि सम्मेलन की शुरुआत डा.आभा श्रीवास्तव की वाणी वन्दना से हुई। कवि डा.पीयूष मिश्र पीयूष ने पढ़ा ‘लिखना है तो कलम उठाकर वक्त की नई कहानी लिख दो, जहाँ प्रेम की नदियाँ सूखी वहाँ प्यार का पानी लिख दो।’ शिवशरण बंधु ने पढ़ा ‘रहते रहते घर में घर हो जाते हैं, चलते चलते लोग सफर हो जाते हैं। जीतेन्द्र जलज ने सुनाया ‘ये दुनिया है बाजार क्या कीजियेगा, यहाँ सब हैं लाचार क्या कीजियेगा। वन्दना शुक्ला ने पढ़ा ‘दिल से दिल के तार जोड़ते रुठे मीत मनाते हैं। उत्कर्ष उत्तम,संदीप शरारती,नरकंकाल, प्रताप बाराबंकवी, कपिल तिवारी ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को खूब हंसाया गुदगुदाया। लोगों ने ठहाके भी लगाए। संचालन अशोक बेसरम ने किया। इस अवसर पर कोतवाल शिवशंकर सिंह, डा.आर.पी.मौर्य, रमेश मौर्य, देशराज मिश्र, दुर्गेश पाण्डेय, हरिशंकर साहू, रजनीश पाण्डेय, राजाराम मौर्य, अंकित गुप्ता, राम प्रकाश आदि मौजूद रहे।