Sunday, September 22, 2024
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हर घर को जल को लेकर डीएम का औचक निरीक्षण, कनेक्शन व पानी सप्लाई के निर्देश

हाथरस। अमृत योजना के अंतर्गत प्रत्येक घर को पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के दृष्टिगत जिलाधिकारी रमेश रंजन ने आज प्रातः 8 बजे ओढ़पुरा तिराहा पर बनी पानी की टंकी एवं मौहल्ला मधुगढी, नवीपुर, विभव नगर, कंचन नगर तथा सीयल खेड़ा का औचक निरीक्षण कर लीकेज पाइप लाइन की मरम्मत एवं खुले हुए प्वांइटों को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ओढ़पुरा तिराहे पर जल निगम द्वारा निर्मित पानी टंकी का निरीक्षण कर टैंक की क्षमता, जलापूर्ति की व्यवस्था, घरों में दिए गये कनैक्शन तथा पानी की सप्लाई के रोस्टर आदि के बारे में जानकारी की। अधिशासी अभियंता आर.के. शर्मा ने बताया कि पानी की टंकी का निर्माण कार्य 24.3.2021 को पूर्ण करने के उपरान्त नगर पालिका परिषद को हस्तगत कर दिया है। उन्होंने बताया कि इस टंकी की क्षमता 1600 कि.ली. है। इसके माध्यम से जनपद के 6 वार्डों में पानी की सप्लाई की जानी है। पूर्व योजना के अनुसार 6044 घरों में पानी का कनैक्शन दिया जाना था, जिसके सापेक्ष 6123 घरों में कनैक्शन दिया जा चुका है। कनैक्शन का कार्य नगर पालिका द्वारा किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने मौहल्ला मधुगढी, नवीपुर, विभव नगर, कंचन नगर तथा सीयल खेड़ा में पहुँचकर जलापूर्ति की यथास्थिति के संबंध में उपस्थित आम जनता से वार्ता की। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई स्थानों पर पानी की पाइप क्षतिग्रस्त होने के कारण पानी बह रहा था तथा घरों के पास जहाँ पर कनैक्शन किया गया था, वहाँ पर भी पाइप खुले होने के कारण पानी बह रहा था। जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए क्षतिग्रस्त हो रही पाइपों की तत्काल मरम्मत कराने तथा खुले हुए कनैक्शन प्वाईटों में बॉल लगाकर बंद करने के निर्देश दिए। जिससे कि पानी की बर्बादी न हो एवं घरों तक पानी पहुँच सके। इस योजना में सम्मिलित बस्ती विभव नगर के निरीक्षण के समय किये गये संयोजन घरों के बाहर पाये गये तथा पानी पूर्ण प्रैशर से नहीं पाया गया। उन्होंने कहा कि समस्त संयोजनों को घरों के अन्दर किया जाये तथा पूर्ण प्रैशर पर पानी की जलापूर्ति सुनिश्चत की जाये।मौके पर अधिशासी अभियन्ता, जल निगम (नगरीय) द्वारा अवगत कराया कि जोन-1 परियोजना वाटर वर्क्स पर स्थित है। परियोजना की स्वीकृत लागत 1307.49 लाख रूपया है। योजना में 2 नग भूमिगत जलाशय क्षमता 600 कि.ली. एवं 400 कि.ली., वितरण प्रणाली 42.272 कि.मी., राइजिंगमेन 3.61 कि.मी. तथा 7 नग नलकूप तथा योजना में प्रस्तावित गृह संयोजन 2936 नग के सापेक्ष 3993 नग गृह संयोजनों का कार्य पूर्ण कराया गया है। अधिशासी अभियन्ता को निर्देश दिये गये कि जलापूर्ति प्रारम्भ की जाये, उसके पश्चात् इसी योजना में सम्मिलित विक्रान्त नगर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के समय क्षेत्रवासियों द्वारा अवगत कराया गया कि हमारे यहां जलापूर्ति बहुत ही कम समय तथा कम प्रैशर पर हो रही है। अधिशासी अभियन्ता, जल निगम (नगरीय) को निर्देश दिये गये कि तत्काल यहां पानी की जलापूर्ति उचित प्रैशर पर करायी जानी सुनिश्चित की जाये। कार्यो के प्रति लापरवाही पाये जाने पर जिलाधिकारी ने जेई जल निगम शेर सिंह के विरूद्व कार्यवाही करने हेतु अपर जिलाधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के कनैक्शन अभी तक नहीं हुए उनके तत्काल कनैक्शन करते हुए जलापूर्ति कराना सुनिश्चित करें। कंचन नगर वार्ड नं. 4 में निरीक्षण के दौरान जगह-जगह पर कूड़े ढेर लगे होने तथा साफ-सफाई की व्यवस्था उचित न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रभारी अधिकारी, अधिशासी अधिकारी को तत्काल साफ-सफाई कराते हुए कूड़े के ढेरों को हटाने एवं नियमित रूप से साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भविष्य में यदि ऐसा पाया गया तो संबंधित की जिम्मेदारी तय करते हुए उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी डा. बसन्त अग्रवाल, ओसी कलेक्ट्रेट वेद सिंह चौहान, ओसी कलेक्ट्रेट अंजली गंगवार, प्रभारी अधिकारी ईओ हाथरस डम्बर सिंह, ऐई, जेई आदि उपस्थित थे।