Monday, November 25, 2024
Breaking News
Home » मुख्य समाचार » डीएम को पार्थ ने आओ नवप्रवर्तन करें पुस्तक ससम्मान की भेंट

डीएम को पार्थ ने आओ नवप्रवर्तन करें पुस्तक ससम्मान की भेंट

2017.06.27 05 ravijansaamnaडीएम ने पार्थ बंसल को उसकी उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देकर मंगल भविष्य की कामना करते हुए प्रोत्साहित किया
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। पुखरायां निवासी एपीजे स्कूल नोयडा कक्षा 9 के छात्र व पूर्व छात्र केन्द्रीय विद्यालय नबीपुर ने पार्किंसंस रोगी की मदद के लिए पार्थ ने लेजर छडी बनायी है। जिसे विगत माह राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है। कलेक्ट्रेट कक्ष में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह से पार्थ बंसल व उनके माता पिता ने मुलाकात की। जिलाधिकारी ने पार्थ बंसल व उसके माता पिता को पार्थ बंसल की उपलब्धि पर हार्दिक बधाई देते हुए सुख समृद्धि व मंगल भविष्य की कामना करते हुए प्रोत्साहित किया। पुखरायां के पार्थ बंसल नगर के चिकित्सक डा. केएन अग्रवाल के पुत्र संदीप के पुत्र है। पार्किसंस बीमारी से पीड़ित अपनी दादी को राहत दिलाने की प्रेरणा से पार्थ को लेजर छडी बनाकर सफलता मिली है। पार्किंसस बीमारी में मरीज के हाथ पैर में कपकपाहट होती है। दिमाग में डोपामाइन रसायन की कमी से पार्किसंस बीमारी से भी पार्थ की दादी सफर कर रही थी। पार्थ ने दादी की परेशानी से प्रभावित होकर सधारण छडी में एलइडी लाइट लगाकर प्रयोग किया। लाइट से अवरोध का आवास होते ही उसकी सहायता से उसकी दादी को फर्स में चलने में आसानी होती है। छडी को लेजर लाइड, टार्च और चार्जिंग की व्यवस्था जोडकर अत्यधिक उपयोगी बना दिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार के नवप्रवर्तन केन्द्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा बाल नवप्रवर्तकों हेतु मार्गनिर्दशिका पुस्तक में पार्थ का एक पाठ रखा गया है जो निश्चित ही छात्र छात्राओं के लिए लाभकारी होगा। पार्थ बंसल व उसके माता पिता ने जिसमें पार्थ बंसल का पाठ पृष्ठ 12 व 13 पर है आओ नवप्रवर्तन करें नामक पुस्तिका जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, एडीएम वित्त एवं राजस्व विद्याशंकर सिंह, एडीएम प्रशासन शिव शंकर गुप्ता, सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार को सादर भेट की है। बेटा बुढ़ापे में अपने माँ बाप की लाठी होता है, पर यहाँ पार्थ ने अपनी दादी को इस लेजर छड़ी के रूप में जो तोहफा दिया है, उससे न केवल उसकी दादी से बल्कि इस बीमारी से जूझ रहे तमाम उम्र दराज मरीजों की भी दुआएं अवश्य मिलेगी। ये आविष्कार बीमारी को तो खत्म नहीं कर सकता परन्तु निश्चित ही उससे लड़ने की हिम्मत जरूर देता है। ये कहना गलत नहीं होगा की भविष्य में वैज्ञानिक बनने का सपना संजोय पार्थ ने अपने कदम सही दिशा में बढ़ा दिए हैं। सपना संजोय पार्थ का सपना अभियंता बनकर देश व समाज की सेवा करना है।