लखनऊ। प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के समक्ष बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया।अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि टेक होम राशन (टीएचआर) के अंतर्गत प्रदेश के 75 जनपदों में 6 से 36 महीने की उम्र वाले बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कुपोषित बच्चों को घरेलू इस्तेमाल के लिए पौष्टिक अनुपूरक पुष्टाहार मुहैया कराया जाए। उन्होंने कहा कि खाद्यान्न की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उच्चतम मानदंड बनाने एवं उन पर अमल करने की जरूरत है। पोषण वाटिकाएं बनाने के लिए आम जनमानस में जागरूकता लाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा विकसित किए गए किचेन गार्डेन के माडल को आम जन तक पहुंचाने की जरूरत है, इससे लोगों को घर पर ही आसानी से ताजी और पौष्टिक सब्जियां मिल सकती हैं। उन्होंने कहा कि जहां-जहां बिल्डिंग बनाई जा रही है वहां पर बेहतर टेक्नोलॉजी के साथ कार्य को पूर्ण किया जाए।
बैठक में सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार श्रीमती अनामिका सिंह ने बताया कि एसआरएलएम द्वारा प्रदेश के 43 जनपदों में 204 टीएचआर यूनिट की स्थापना संबंधी कार्ययोजना उपलब्ध करा दी गई है तथा शेष 32 जनपदों की कार्ययोजना अपेक्षित है। इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि अवशेष जनपदों से भी समन्वय कर कार्ययोजना शीघ्र प्राप्त करें।बैठक में सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
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