कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। नया वित्तीय वर्ष 2020 – 21 अप्रैल से प्रारंभ हो चुका है जनपद में केसीसी का लक्ष्य 64 निर्धारित किया जा चुका है जिसकी पूर्ति हेतु मस्त पालक को तालाब पट्टा की आवश्यकता होगी।
उपरोक्त जानकारी देते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी मत्स्य पालक विकास अभिकरण अधिकारी डॉ रणजीत सिंह ने बताया कि तालाबों की खतौनी सहित समाचार प्रकाशन के 1 सप्ताह के अंतर्गत विकास भवन स्थित मत्स्य विभाग के कार्यालय कक्ष संख्या 303 व 306 में संपर्क करें ताकि पट्टा कराने हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों को जनपद की संबंधित तहसीलों को भेजी जा सके।
Jan Saamna Office
खाद्य सुरक्षा अब और भी ज्यादा जरूरी -प्रियंका सौरभ
रोटी, कपड़ा और मकान को मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएं कहा जाता है। इन मूलभूत आवश्यकताओं की आवश्यकता को पूरा करने के लिए इंसान बहुत मेहनत करता है। भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियां आम जनता को सुरक्षित भोजन के महत्व के बारे में पर्याप्त जानकारी प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने अपनी दो एजेंसियों, खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को दुनिया भर में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए सौंपा है। दूसरा विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस (डब्ल्यूएफएसडी) 7 जून 2020 को मनाया जाएगा, ताकि खाद्य सुरक्षा, मानव स्वास्थ्य, आर्थिक समृद्धि, कृषि, बाजार पहुंच, पर्यटन में योगदान को रोकने, पता लगाने और प्रबंधन करने में मदद करने के लिए ध्यान आकर्षित किया जा सके।
Read More »क्या वर्तमान हालातों से जीत पाएंगे ट्रम्प ? डॉo सत्यवान सौरभ
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में एक अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन संयुक्त राज्य अमेरिका सहित विश्व भर के कई अन्य देशों में भी देखने को मिले हैं। दुनिया में लोकतांत्रिक मूल्यों का डंका पीटने वाला संयुक्त राज्य अमेरिका अपने ही आंगन में गोरे पुलिसकर्मी के घुटने तले दम घुटने से अफ्रीकी अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद समता, सामाजिक न्याय एवं मानवाधिकारों की रक्षा में नाकामी के कारण कठघरे में है।
क्षेत्रफल के हिसाब से महादेश कहलाने वाले तमाम जनसंस्कृतियों से युक्त इस देश के आधे से ज्यादा राज्य आजकल नस्लीय नफरत के विरोध की आग में जल रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन को अलग-थलग करने के लिये अमेरिकी सरकार ने भीड़ के ऊपर आँसू गैस के गोले, रबड़ की गोलियों का इस्तेमाल किया और अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रदर्शनकारियों को ‘ठग’ कहा एवं उन्हें गोली मारने और उनके खिलाफ सेना के इस्तेमाल करने की धमकी दी।
लोक कला के संवाहकों के जीवन की अनिश्चतता
लोक कला ही जिनके जीवन का आधार एवं रोजगार है, कोविड-19 के चलते उनका जीवन आज अनिश्चतताओं से भर गया है| आधुनिक परिवेश में सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने का यदि कोई कार्य कर रहा है तो वह लोक कलाकार ही हैं| भौतिक प्रगति की अन्धी दौड़ में भागते समाज के वर्तमान स्वरुप को ध्यान में रखते हुए यदि लोक कलाओं को समाज से हटाकर विचार किया जाये तो हम देखेंगे कि समाज में ऐसा कुछ भी नहीं बचता है, जिसे हम अपना कह सकें| कहते हैं कि शिक्षा संस्कार देती है, पर क्या आधुनिक शिक्षा, जिसमें सांस्कृतिक मूल्यों का कहीं कोई स्थान ही नहीं है? वर्तमान शिक्षा व्यक्ति को यन्त्र तो बना सकती है| परन्तु मनुष्य कभी नहीं बना सकती है| ऐसे में मनुष्य को मनुष्यता का पाठ पढ़ाने वाली शिक्षा, जिसमें त्याग, बलिदान और अनुशासन के आदर्श निहित हैं, यदि कहीं संरक्षित है तो वह मात्र लोक कलाओं में ही है| इस तरह से वर्तमान परिवेश में लोक कलाएं ही भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता की सच्ची संवाहक हैं और लोक कलाकार उन लोक कलाओं के| समाज का सामान्य परन्तु एक बड़ा वर्ग इन कलाओं का सम्मान करते हुए, लोक कलाकारों को प्रस्तुति के अवसर देकर सांस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण करने का प्रयास करता है| क्योंकि समाज का सामान्य वर्ग जहाँ एक ओर न चाहते हुए भी भौतिक प्रगति की दौड़ में भाग रहा है वहीँ स्वयं को नैतिक मूल्यों से जोड़े भी रखना चाहता है|
Read More »अनलॉक फेस -1 कितना सुरक्षित..?
लॉकडाउन खुलने के बाद जो आवागमन कम था अब रफ्तार पकड़ने लगा है। कोरोना वायरस आपदा के चलते व्यापार, मजदूर वर्ग और जनजीवन बहुत प्रभावित हो रहा था इन सबके बीच इस वायरस से लड़ते हुए लाकडाउन का खुलना ठप्प पड़े व्यापारी वर्ग और आम जनजीवन को राहत दे सकता है। व्यापार या आर्थिक मंदी को फिर से रफ्तार में लाने के लिए लाकडाउन का खुलना जरूरी था क्योंकि पापी पेट के लिए कब तक बंद रह कर जिया जा सकता है। हालांकि पूरे विश्व के मुकाबले हमारे देश में इस वायरस से संक्रमित आंकड़े कम है और महामारी को देखते हुए लॉकडाउन का फैसला लिया गया लेकिन लंबे समय तक ये फैसला नहीं लागू किया जा सकता।
एसडीएम और सीओ ने तहसील परिसर में पौधरोपण किया
कौशाम्बी, जन सामना ब्यूरो। चायल एसडीएम ज्योति मौर्य ने पर्यावरण दिवस शुक्रवार को पेड़ रोपित कर मनाया। इस दौरान सीओ चायल भी मौजूद रहे। एसडीएम ने आम का पौधा लगा कर जन मानस को संदेश दिया कि पेड़ छाया शुद्ध हवा और फल भी देते है।
गौरतलब है कि विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर राजनीतिक और सामाजिक जागृति लाने हेतु वर्ष 1972 में की थी। इसे 5 जून से 16 जून तक संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था। 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया।
परंपरा को आगे बढ़ाते हुए एसडीएम ने तहसील परिसर में पौध रोपण कर परिसर को हर भरा बनाये जाने की बात कही। इसके साथ ही पौध रोपण कर हरे-भरे पर्यावरण का सन्देश जन-मानस को दिया।
एनआईएफ ने पौधारोपण कर लिया पर्यावरण बचाने का संकल्प
प्रयागराज, जन सामना संवाददाता। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी नमस्ते इंडिया परिवार इलाहाबाद डिपो ने अपने कार्यालय में लाॅकडाउन का पालन करते हुए शारीरिक दूरी बनाकर विश्व पर्यावरण दिवस मनाया। इस दौरान सभी कर्मचारियों ने पौधरोपण कर धरती को हरा-भरा रखने का संकल्प लिया। इस दौरान मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग से मान्यता प्राप्त पत्रकार ब्रजेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि हर एक व्यक्ति को एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए उसकी सेवा घर के सदस्य की तरह ही करनी चाहिए। तभी हम सब मिलकर इस धरती को सही मायने में उसकी रक्षा कर पायेंगे।
Read More »11 हजार हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से युवक बुरी तरह जला
रसूलाबाद स्वास्थ केंद्र से प्राथमिक उपचार के बाद हालत गम्भीर होने पर हैलट अस्पताल रेफर
नाराज जनता ने लगाया जाम कोतवाल तुलसीराम पांडेय ने तत्काल खुलवाया जाम
परगनाधिकारी ने दिए जांच के आदेश कहा रिपोर्ट आने पर निष्प्रयोज्य विद्युत लाइन हटेगी
रसूलाबाद/कानपुर देहात, संतोष गुप्ता। रसूलाबाद के केशव नगर वार्ड में 11 हजार हाईटेंशन लाइन की चपेट में आये युवक के बुरी तरह झुलस जाने से उसकी हालत चिंताजनक होने पर उसे महाराणा प्रताप सामुदायिक स्वास्थ केंद्र रसूलाबाद में प्राथमिक उपचार के बाद हालत गम्भीर होने पर हैलट अस्पताल कानपुर रेफर कर दिया गया है। सघन बस्ती से निकली इस हाईटेंशन लाइन के चपेट में आने से अब तक आधादर्जन लोग बुरी तरह जख्मी होने से जनता का गुस्सा फूट पड़ा लोगो के द्वारा सड़क पर अवरोध डालकर जाम लगाने की सूचना पर कोतवाल तुलसीराम पांडेय ने मौके पर जाकर उत्तेजित लोगो को समझाबुझाकर जाम को पांच मिनट बाद ही खत्म कराकर यातायात चालू करा दिया। सूचना पर परगनाधिकारी अंजू बर्मा ने भी मौके पर जाकर जनता से वार्ता कर आश्वासन दिया इस निष्पयोजय विद्युत लाइन को बस्ती से हटाने के लिए उच्चाधिकारियों से वार्ता कर यह लाइन हटाने की कोशिश की जाएगी।
पंजीकृत वाहनों द्वारा ही बालू, मौरम, गिट्टी का परिवहन करना होगा सम्भवः एडीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। जनपद कानपुर देहात के समस्त ट्रान्सपोर्टरों/वाहन स्वामियों को जानकारी देते हुए अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा ने बताया कि खनिजों के परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण हेतु प्रदेश में उपखनिजों तथा बालू, मौरम, गिट्टी आदि के परिवहन करने वाले वाहनों का भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग, उत्तर प्रदेश के पोर्टल http://mining.up.work121.com/Login/LoginMining पर पंजीयन अनिवार्य किया गया है।
अपर जिलाधिकारी ने भूतत्व व खनिकर्म निदेशायलय के निर्देश के तहत वाहनों के कम पंजीयन पर असंतोष व्यक्त किया गया है तथा 10 जून 2020 के उपरान्त केवल पंजीकृत वाहनों द्वारा ही उपखनिजों यथा बालू, मौरम, गिट्टी आदि का परिवहन सम्भव हो पायेगा। उन्होंने उपखनिजों यथा बालू, मौरम, गिट्टी आदि के परिवहन करने वाले वाहनों के स्वामियों को निर्देशित किया है कि 10 जून 2020 से पूर्व भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग उत्तर प्रदेश के पोर्टल पर उपखनिजों का परिवहन करने वाले वाहनो का पंजीयन कराने के उपरान्त जनपद के खनन कार्यालय से सत्यापन कराना सुनिश्चित करें।
किसान घर बैठे करा सकेंगे गेहूं की तौल, मोबाइल क्रय केन्द्र किये गये संचालित: साहब लाल
इच्छुक किसान निकटतम क्रय केन्द्र प्रभारी अथवा जनपद में स्थापित गेहॅू नियन्त्रण कक्ष से कर सकते है सम्पर्क: एडीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। रबी विपणन वर्ष 2020-21 में केेन्द्रीयकृत प्रणाली के अन्तर्गत न्यूनतम समर्थन मूल्य योजनान्तर्गत आयुक्त, खाद्य तथा रसद विभाग द्वारा दिये गये निर्देश के तहत जनपद-कानपुर देहात में सचल क्रय केन्द्रों के माध्यम से किसानों से गेहॅू क्रय किये जाने का निर्णय लिया गया है। सरकार के एक अन्य निर्णय द्वारा वैल्यूकट की निर्धारित शर्तो के अधीन जनपद-कानपुर देहात को वर्तमान सत्र के गेहॅू खरीद में निर्धारित गुणवत्ता क मानकों से छूट प्रदान की गयी है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व साहब लाल ने बताया कि अब शासन ने सीधे किसानो के घरो से गेंहू की खरीद कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए मोबाइल क्रय केन्द्र संचालित किये गये है। सूचना मिलने के बाद टीम किसानों के घर जाकर गंहू की तौल करायेगे। इसके लिए एजेसिंयो के अधिकारियों और कन्ट्रांज रूम के मोबाइल नम्बर जारी किये गये है।