उन्नाव। कलक्ट्रेट सभाकक्ष में डीएम रवींद्र कुमार ने टीम-9 की बैठक की। इस दौरान सभी निजी व सरकारी अस्पतालों में आईसीयू व आक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए। बैठक में डीएम ने सभी औद्योगिक इकाईयों को संचालित रखने व वहां काम कर रहे मजदूरों की समस्याओं के समाधान और जनसामान्य से लगातार संवाद आदि बिंदुओं पर चर्चा की। सीडीओ सरनीत कौर ब्रोका को ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन की व्यवस्था कराने एवं उसकी नियमित रूप से समीक्षा करने का निर्देश दिया। बैठक में एडीएम राकेश सिंह से कहा कि सभी नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समितियों को सक्रिय रखें व उनकी नियमित समीक्षा करें। साथ ही पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम की व्यवस्था का नियमित रूप से लागू कराने का निर्देश दिया। सीएमओ से कहा कि सरकारी व निजी चिकित्सालयों में आईसीयू व ऑक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उपायुक्त उद्योग को निर्देश दिया कि औद्योगिक इकाईयों का सभी दिन व व्यवसायिक इकाइयों का बंदी के दिनों को छोड़कर संचालन सुनिश्चित कराएं।
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कोरोना से निपटने को बना ऑक्सीजन बैंक
उन्नाव। कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने तीसरी लहर के पहले ही व्यवस्थाएं दुरुस्त करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में प्रशासन ने जिला उद्योग केंद्र कार्यालय में ऑक्सीजन बैंक बनाया है। इस बैंक के माध्यम से ‘सांसें’ सहेजने का काम किया जा रहा है।
कोविड-19 की दूसरी लहर में अप्रैल माह में ही आक्सीजन की किल्लत से दो सौ से अधिक लोगों की सांसें उखड़ गई थीं। लोगों को एक ऑक्सीजन सिलिंडर मिलना मुश्किल हो गया था। शासन-प्रशासन के पास भी ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। इससे स्थितियां बिगड़ी थीं। वर्तमान में कोरोना का कहर कुछ कम पड़ा है और ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की संख्या कम हुई है। इस पर प्रशासन ने राहत की सांस ली है।हालांकि स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तीसरी लहर भी आने की संभावना जता रहा है।
फ़िज़ूल खर्च को पहचानो, कंपनियों के दावों को पहचानो
क्यूँ आज सबकी जेब पर बोझ पड़ रहा है ? क्यूँ महंगाई और सरकार को कोसते है सब। कभी ये क्यूँ नहीं सोचते की बिनजरूरी चीज़ों पर व्यर्थ खर्च कर रहे है हम। आज से कुछ साल पहले के रहन सहन में और आज के रहन सहन पर एक नज़र डालेंगे तो पता चल जाएगा कि कुछ चीजों पर कितना फ़िज़ूल खर्च कर रहे है हम। खुद को नये ज़माने के जताने के चक्कर में नयी नयी प्रोडक्ट से घर भर देते है। जीवन जीने के चोंचले बढ़ गए है।
Read More »ये जीवन-मृत्यु का गंभीर समय है, आपसी रस्साकशी का नहीं
(कोविड ने स्मार्ट गवर्नेंस की जगह पैदा कर दी है, सहकारी संघवाद के जरिये केंद्र और राज्यों को अविलंब विश्वास की कमी को दूर करना चाहिए, यह जीवन और मृत्यु का मामला है। आपसी रस्साकशी को रोकें जैसा कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल में देखा गया है।)
21वीं सदी में कोरोना के क्रूर काल में हमें नागरिक केंद्रित शासन सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता है, आज मानवता के सामने गंभीर और अभूतपूर्व समस्याएं हैं। मौजूदा सदी में सुपर साइक्लोन से लेकर उत्परिवर्तित वायरस का हमेशा के लिए खतरनाक चुनौतियों का सामना करने की संभावना है। ऐसे समय में स्मार्ट गवर्नेंस समय की जरूरत है।
महामारी के समय में नागरिक केंद्रित शासन को ध्यान में रखकर विशेषज्ञ निर्णय लेना अति आवश्यक था, शीर्ष डॉक्टरों, महामारी विज्ञानियों, वैज्ञानिकों, यहां तक कि रसद विशेषज्ञों की एक स्वायत्त पूरी तरह से अधिकार प्राप्त टास्क फोर्स को वायरस पर नज़र रखने, जीनोम अनुक्रमण, ऑक्सीजन के परिवहन और टीके की खरीद पर भारत का नेतृत्व करने की आवश्यकता थी।
कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मिल रही बिना प्रचार वाली दवा
बिजुआ क्षेत्र के कोरोना पॉजिटिव मरीजों की देखभाल के सारे दावे खोखले होम क्वारंटाइन मरीजों को जा रही बिना काम की दवाइयां
पड़रिया तुला/लखीमपुर। जहां कोरोना के भयंकर परिणामों से जूझ रहे क्षेत्र ने कई भयंकर परिणामों क्षेत्र में कई मौतें होने के बाद भी क्षेत्रीय स्वास्थ्य विभाग कोरोना पॉजिटिव मरीजो के साथ खिलवाड़ कर रहा है। क्योंकि सरकार के आदेशानुसार पॉजिटिव मरीजों की निगरानी करने के सारे दावे खोखले ही वही आदेशानुसार बताया गया कि हर गांव के मरीजों की निगरानी करने के लिए समितियां बनाई गए हैं। लेकिन निगरानी समिति भी कोई ध्यान नहीं दे रही है और कई दवाइयां जो निर्धारित की गई है। जिसमें से बस खाना पूर्ति के लिए निष्प्रभावी और सस्ती गोलियां दी जा रही है बाकी दवाएं जो महंगी है वह प्राइवेट से खरीदने की बात की जा रही है।
चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित नियमों का पालन करते हुए ग्राम प्रधानों को दिलाई गई शपथ
लखीमपुर। पड़रिया तुला बिजुआ ब्लॉक की ग्राम पंचायतों में आज शपथ ग्रहण समारोह में आनलाइन मीटिंग के तहत पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई कोविड-19 की गाइडलाइन को देखते हुए एसओ भीरा व बिजुआ चौकी की पुलिस ने क्षेत्र में भ्रमण किया और कई शपथग्रहण स्थलों व पंचायत भवन पर पहुंचकर जायजा लिया और प्रधानों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी प्रकार का जुलूस व नारेबाजी ना करें और ना ही अपने समर्थकों की भीड़ भाड़ के साथ शपथ लें कोविड 19 के सभी नियमों का पालन करें। निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी।
Read More »कोविड-19 से अनाथ हुए बच्चों के भविष्य का रणनीतिक रोडमैप, योजनाएं सरकारों द्वारा तात्कालिक बनाना जरूरी
कोविड-19 से अनाथ बच्चों की मदद के लिए गैर सरकारी संस्थाओं, एनजीओस का बेसहारा बच्चों को सेवायज्ञ से मदद सराहनीय – एड किशन भावनानी
वैश्विक महामारी कोविड-19 ने काल का ग्रास बनाकर लाखों मानव जीवो की इह लीला समाप्त कर ली। और अभी भी तांडव मचाना जारी है।..बात अगर हम भारत की करें तो यहां इस महामारी की दूसरी लहर की तीव्रता में हल्का सा सुधार आना शुरू हुआ था, लेकिन इससे घातक बीमारी ब्लैक फंगस और वाइट फंगस ने तीव्रता से पैर पसारना शुरू कर दिया है और 15 राज्यों में पैर पसार दिया है जिसमें से 12 राज्यों ने इसे महामारी अधिनियम 1897 के तहत महामारी घोषित कर दिया है…बात अगर हम इन महामारीयों से ग्रस्त भारतीय परिवारों की करें तो इस भारी त्रासदी में देश के बड़ी संख्या में बच्चे अनाथ हो गए हैं
मुख्यमंत्री ने किया सैफई से द्वेषपूर्ण व्यवहार, सैफई जाना मात्र दिखावा : अखिलेश यादव
2022 में सपा सरकार बनने पर सभी को लगेगी फ्री वेक्सीन : अखिलेश यादव
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार कुंठित मानसिकता के साथ कोरोना और ब्लैक फंगस महामारी से लड़ाई लड़ रही है। उसकी विफलताओं के चलते शहर हो या गांव हर जगह लोग शारीरिक, मानसिक और आर्थिक यंत्रणाओं से तप रहे हैं। जनता को भ्रमित करने के लिए ‘जहां बीमार, वही उपचार‘ के खोखले नारे औचित्यहीन हैं क्योंकि कहीं भी उपचार की सुचारू व्यवस्था नही है। आधी अधूरी तैयारी और बेमन से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।
कोविड-19 की लड़ाई में सैफई मेडीकल यूनिवर्सिटी का योगदान सराहनीय : योगी आदित्यनाथ
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तैयारियाँ पूरी : मुख्यमंत्री
इटावा। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा विश्वविद्यालय, सैफई के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय का दौरा किया। उन्होंने विश्वविद्यालय के कोविड-19 अस्पताल तथा इमर्जेंसी व्यवस्थाओं को देखा तथा विश्वविद्यालय के इमर्जेंसी एवं ट्रामा सेन्टर में मरीजों एवं उनके परिजनों से बात की तथा विश्वविद्यालय की चिकित्सा व्यवस्था की सराहना की।
लेखक और वक्ता समाज का आईना
एक लेखक और वक्ता समाज का आईना होते है। दुन्यवी हर शै पर समाज के हर मुद्दों पर लिखन-बोलना उनका जन्मसिद्ध अधिकार है। पर आजकल के कुछ लेखक और वक्ता बिकाऊ सामान जैसे बन गए है। समाज को सही राह दिखाना और असत्य को कुरेद कर सत्य तक पहुँचना और सत्य को उसके असली स्वरूप में प्रजा के सामने रखना उनका धर्म है पर आज पैसों की खनकार पर नाचते नज़र आ रहे है।
लेखक की कलम और वक्ता की वाणी जब किसीकी गुलाम बन जाती है तब अपना मूल रुप और कलात्मक अभिव्यक्ति खो देते है। चाहे सरकार हो, चाहे कोई राजनीतिक पार्टी हो या कोई भी मुद्दा हो, एक तरफ़ा समीक्षा लोगों के दिमाग में उस मुद्दे के प्रति नकारात्मक ग्रंथी को जन्म देती है।