मथुरा। आगरा दिल्ली बाई पास स्थित जयगुरुदेव आश्रम में 17 से 21 मई तक आयोजित होने वाले बाबा जयगुरुदेव महाराज के 11वें पावन वार्षिक भंडारा सत्संग मेला में भाग लेने के लिये श्रद्धालुओं का आगमन प्रारम्भ हो गया है। राष्ट्रीय उपदेशक बाबूराम ने प्रातः साधना के समय दर्शन मंच से श्रद्धालुओं को सम्बोधित किया। देह धरे का यह फल भाई, भजिये राम सब काज बिहाई पंक्ति को उद्धृत करते हुए बताया कि यह दुर्लभ मानव तन दुनिया के सभी कार्यों से अधिक महत्वपूर्ण कार्य भजन के लिये मिला हुआ है। जीवन यापन के लिये संसार के दूसरे कामों को मेहनत और ईमानदारी से करना चाहिये। जिससे इस काल देश के मालिक खुश रहें और उनकी बरकत, आशीर्वाद आपको मिलता रहे। महापुरुषों ने पिछले युगों की कठिन साधना को कलयुग में निषेध कर दिया और प्रभु प्राप्ति के लिये सुरत शब्द भेद को बताया। तेरा साईं तुझमें जाग सके तो जाग। इसी तरह हमारे दादा गुरु पूज्यपाद स्वामी घूरेलाल महाराज ने लिखा मेरे रंग महल चली आओ, दिखाऊं सरोवर पैठ नहाओ, हंसन मेल मिलानी जी। सभी संतों फकीरों ने यही बताया कि ईश्वर मनुष्य शरीर में ही मिलता है। उपदेशक ने आगे बताया कि मनुष्य शरीर में दोनों आंखों के ऊपर रूहानी मंडलों की तरफ चलने के लिये संत सतगुरु का सानिध्य प्राप्त करना होता है।