Monday, November 25, 2024
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एडीएम प्रशासन के हस्तक्षेप कर जांच करने पहुंचे खाद्य निरीक्षक

मथुरा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन की घोर लापरवाही से दूषित खाद्य पदार्थों की बिक्री थमने का नाम नहीं ले रही है। विभाग अवैध वसूली कर बढ़ावा देने का काम रहा है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ की जा रही। कृष्ण ग्रीन वृंदावन निवासी प्रवीन चौहान का आरोप है कि जनपद मथुरा में सहायक आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन डॉक्टर गौरी शंकर के इशारे पर विभाग के निरीक्षकों द्वारा दुकानदारों से अवैध वसूली की जा रही है। जिससे दुकानदार खुलेआम दूषित खाद्य पदार्थाे की बिक्री कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आरोप है कि टाउनशिप कदम विहार कॉलोनी मोड़ पर स्थित राधिका स्वीट्स से उन्होंने अपने साथी के साथ बादाम मिल्क खरीदा जैसे ही उसे थोड़ा सा पीया तो जी मिचलाने लगा । प्रतिष्ठान कर्मचारियों से शिकायत करने पर बोले कि बादाम मिल्क खराब नहीं हो सकता। हम अपने कर्मचारी को पिलाकर अभी चौक करवाते हैं जिससे सच सामने आ जाएगी। जैसे कर्मचारी ने थोड़ा सा बादाम मिल्क पीया तो वह भी खराब बताने लगा। फिर प्रतिष्ठान के सभी कर्मचारियों ने कहा कि वाकई बादाम मिल्क खराब हो गया है। हम सभी बादाम मिल्क के गिलास को अलग हटा देंगे। इसकी शिकायत सहायक आयुक्त जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन मथुरा डॉक्टर गौरी शंकर से की गई तो उन्होंने जवाब दिया कि शिकायत लिखकर भेजिए अगले दिन जांच करवा ली जाएगी। मजबूर हो कर इसकी शिकायत अपर जिला अधिकारी प्रशासन से की गई । अपर जिलाधिकारी प्रशासन के हस्तक्षेप करने पर सहायक आयुक्त ने खाद्य निरीक्षक देवराज सिंह को मौके पर जाकर जांच करने के आदेश दिए। काफी देर बाद खाद्य निरीक्षक राधिका स्वीट्स की दुकान पर जांच करने पहुंचे । पीड़ित प्रवीण चौहान ने जिलाधिकारी पुलकित खरे से वसूलीवाज खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई कर दूषित खाद्य पदार्थों पर सख्ती से रोक लगवाई जाने की मांग की है। सहायक आयुक्त खाद्य एवं औषधि प्रशासन डॉक्टर गौरी शंकर का कहना है कि राधिका स्वीट्स की दुकान से बादाम मिल्क का नमूना लेकर जांच के लिए भेज दिया गया है।