♦ कीमती सरकारी जमीनों पर टिकी है भू-माफियाओं की गिद्धदृष्टि ?
♦ शिकायतें होने पर ही हरकत में आता है जिला प्रशासन
♦ समय गुजरते ही ठण्डे बस्ते में डाल दिये जाते हैं भू-माफियाओं से जुड़े मामले
कानपुरः जन सामना संवाददाता। सरकारी जमीनों पर भू-माफिया अपनी गिद्धदृष्टि बनाये रहते हैं और मौका पाते ही क्षेत्रीय अधिकारियों से मिली भगत करके उनपर अपना कब्जा जमा लेते हैं। जब शिकायतें होतीं हैं तो अधिकारी हरकत में आते हैं और मामला ठण्डा होते ही उसे दबा देते हैं। परिणाम यह होता है कि भू-माफियाओं के हौंसले बुलन्द रहते हैं।
उदाहरण के तौर पर पिपौरी, बनपुरवा, मर्दनपुर ग्राम समाज की जमीनों पर किये जा चुके देखे जा सकते हैं। सुर्खियों में रही खबरों पर अगर ध्यान दें तो शहर के दक्षिणी क्षेत्र में पिपौरी, बनपुरवा, मर्दनपुर आदि में ग्राम समाज की सैकड़ों बीघा जमींनों पर अवैध कब्जे किये जा चुके हैं और इस कार्य में कई सफेदपोश नेताओं का संरक्षण प्राप्त है। इन दिनों एक भू-माफिया का नाम चर्चा में आ रहा है।
वह एक रजिस्ट्री की आड़ में बनपुरवा में ग्राम समाज की अनेक जमीनों पर कब्जा कर रहा है और इसमें एक लेखपाल का नाम भी प्रकाश में आ रहा है क्योंकि वह भू-माफिया का साथ दे रहा है और बदले में अपनी जेब भर रहा है।
बताते चलें कि कुछ महीने पहले कानपुर के जिलाधिकारी के आदेश पर अवैध कब्जों का ध्वस्तीकरण किया गया था। खूब हो हल्ला मचा था किन्तु अब मामला ठण्डा पड़ते ही भू-माफिया अब फिर से सक्रिय नजर आ रहा है।
खास बात यह भी सामने आ रही है कि सब कुछ पता होने के बावजूद गुजैनी पुलिस अवैध कब्जों वाले मामलों को नजरअन्दाज कर रही है ?