फिरोजाबाद। सनातन धर्म में भारत की संस्कृति को अच्क्षुण्य बनाए रखने के लिए अखिल भारतीय विश्व गायत्री परिवार द्वारा एक दीप यज्ञ का आयोजन बबीता शर्मा, मनोज शर्मा ने अपने निवास पर आयोजित किया। इस धार्मिक आयोजन में अधिक संख्या में मातृ शक्ति उपस्थिति रही। गायत्री परिवार की वरिष्ठ सदस्या सावित्री ने दीप यज्ञ की महत्ता को बताते हुए कहा दीपक की लौ ऊपर की ओर ले जाती है सुमार्ग की ओर प्रेरित करती है और सदा प्रगति पथ पर बढ़ने के लिए दिशा निर्देश देती है। सूर्य के तेजस्विता की बात की जिससे आज हमारा अस्तित्व है, सूर्य की प्रातः कालीन लालिमा से हमारे जीवन में जो नव संचार होता है उसका विस्तार रूप में वर्णन किया। अखिल भारतीय विश्व गायत्री परिवार की सदस्या डॉ निधि गुप्ता ने दीप यज्ञ के आध्यात्मिक महत्ता को एक महायज्ञ के समान बताते हुए संध्या कालीन बेला में इसको मनाए जाने के बारे में बताया और साथ ही आवाह्नन किया कि मानव कल्याण हेतु नव युवा पीढ़ी को इस तरह के आयोजन में आगे आना चाहिए। जिससे विलुप्त हो रहे संस्कारों को जीवंत रखा जा सके। साथ ही स्वस्थ मानसिक आध्यात्मिक शारीरिक शक्तियों को विकसित किया जा सके। मां गायत्री के मंत्र का उच्चारण के साथ ही सबको अपने दिन की शुरुआत करनी चाहिए। इस मंत्र की शक्ति के प्रभाव का भी वर्णन किया। पंडित सत्येंद्र ने गौ सेवा के महत्व को बताते हुए सर्वप्रथम घर के रसोईघर में गाय की रोटी को निकालने के साथ ही पाँच अग्निदेव को आहुति देने का अद्भुत महत्व बताया। मातृ शक्तियों से निवेदन किया कि जिस समय भोजन बनाया जा रहा है तो सात्विक बनाएं, मन विचार कर्म से शुद्ध बनाएं। जिससे पवित्र आचार और विचार समावेश होकर घर में सुख शांति का वातावरण बना सके। इस अवसर पर सुवण्या, प्रेमलता, सुरभि, याचना, पुष्पा, नेहा, शालिनी, अनन्या, ममता, श्रीजी, उज्जवल सहित मातृशक्ति उपस्थित रही।