मथुराः श्याम बिहारी भार्गव। डेयरी एक बेहतर व्यवसाय है। इसमें व्यापार की अपार संभावनाएं हैं। ये विचार कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रभारी डा वाईके शर्मा ने व्यक्त किए। वो सोमवार को वेटरनरी विवि के केवीके सभागार में लघु डेयरी उत्पादक प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि कौशल विकास प्रशिक्षण के अन्तर्गत 30 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सरकार की मंशा के अनुरूप यहां 25 अभ्यर्थियों को लघु डेयरी उत्पादक प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि यदि वैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों की सलाह और अनुभवों से डेयरी व्यवसाय शुरु किया जाये तो परिणाम बेहतरीन होते हैं। डा रजनीश सिरोही ने डेयरी व्यवसाय के मूलभूत सिद्धांतों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि डेयरी उद्योग शुरू करने से पूर्व प्रशिक्षण अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि जानकारी के अभाव में ही अक्सर बिजनेस फेल होते हैं। डेयरी व्यवसाय कई बिंदुओं पर निर्भर करता है। किसी भी निर्णय को संबंधित बिंदुओं को ध्यान मंें रखते हुए लेना चाहिए। उन्होने प्रशिक्षणार्थियों को अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी दी। डा बृजमोहन ने डेयरी की मूलभूत आवश्यकताओं से संबंधित जानकारी देते हुए कई महत्वपूर्ण विषयों की जानकारी देकर प्रशिक्षणार्थियों को लाभान्वित किया। डा रविन्द्र कुमार राजपूत ने डेयरी से जुडी हुई जानकारी देकर प्रशिक्षणार्थियों को लाभान्वित किया। इस मौके तरुण, राघवेन्द्र सिंह, विकास सिंह, किरन, होशियार सिंह, पुनीत, लव कुश, नीरज, धमेन्द्र, गोविंद, नरेन्द्र, अशोक, पीयूष, हरिओम, आशीष, सुनील, संदीप, गिरीश, तनुज, दिगंबर, निष्ठा अक्षय आदि मौजूद रहे।