हाथरस, जन सामना ब्यूरो। समायोजित शिक्षक शिक्षामित्र संघर्ष मोर्चा के बैनर तले प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर आज दूसरे दिन भी नगर पालिका परिसर में शिक्षामित्रों का धरना प्रदर्शन जारी रहा।
संघर्ष मोर्चा के जिला संयोजकों को राजेन्द्र सिंह पचहरा ब्रजेश वशिष्ठ, सुरेन्द्र सिंह यादव के नेतृत्व में चले धरना प्रदर्शन में शिक्षामित्रों ने अपने हक की खातिर जोरदारी से आवाज बुलन्द की। वक्ताओं ने संयुक्त रूप से कहा कि उ.प्र. सरकार शिक्षामित्रों के धैर्य की परीक्षा न लें क्योंकि धैर्य की भी एक सीमा होती है। शिक्षामित्रों का धैर्य यदि जबाब दे गया तो शासन-प्रशासन संभाल नहीं पायेगा क्योंकि शिक्षामित्रों के पास अब खोने के लिए कुछ भी बचा नहीं है वह पूरी तरह से अपनी मांगों को लेकर आर-पार की लडाई लडने का मन बना चुका है और अपना हक पाकर ही दम लेंगे। आज धरना स्थल पर भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष अनिल गुप्ता ने अपनी टीम के साथ आकर शिक्षामित्रों की मांगों को पूर्णतः जायज ठहराते हुए अपना समर्थन दिया और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
संघर्ष मोर्चा के नेताओं ने लखनऊ कूच के लिए रणनीति को अंजाम देते हुए प्रत्येक ब्लाक से तीन-तीन शिक्षामित्र नामित कर संघर्ष शुल्क व वाहन शुल्क कल दिनांग 19 अगस्त तक हर स्थिति में जमा कर दें जिससे कि बसों की व्यवस्था की जा सके। 21 अगस्त से प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर होने वाले अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन में भारी तादाद में पहुंचने के लिए 20 अगस्त को लखनऊ के लिए कूच करेंगे।
अंत में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिलाधिकारी हेतु तहसीलदार सदर कमलेश गोयल को दो सूत्रीय मांग पत्र राजेन्द्र सिंह पचहरा, ब्रजेश वशिष्ठ, सुरेन्द्र सिंह यादव ने संयुक्त रूप से सौंपा। धरना में महेश यादव संघर्षी, इरफान खान, मूलचन्द्र माहौर, निरंजन सिंह, हरिओम चैधरी, विनय भारद्वाज, संगीता शर्मा, गिरीश सेंगर, रामदास यादव, सत्यवीर सिंह, गजराज सिंह, पवन प्रताप सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, विनोद कुमार, सत्येन्द्र उपाध्याय, प्रमोद सेंगर, मुकेश सेंगर, राजीव शर्मा, सुनीता सिंह, सोनल उपाध्याय, अजय शर्मा, नरेन्द्र गौतम, विजय कुमार आदि सैकडों शिक्षामित्र उपस्थित थे।