Sunday, November 24, 2024
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महाकुभ 2025 का इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) अत्याधुनिक सुविधाओं से होगा लैस

लखनऊ। उप्र के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में प्रयागराज महाकुम्भ मेला-2025 की शीर्ष समिति की पंचम बैठक आयोजित की गई। बैठक में पूर्व में स्वीकृत परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया गया है।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी महाकुम्भ-2025 मेला स्वच्छ, सुन्दर, हरित व सुरक्षित होना चाहिये, इसके लिये आधुनिक टेक्नोलॉजी की इस्तेमाल किया जाये। निर्माणाधीन परियोजनाओं में गुणवत्ता व समयबद्धता से कोई समझौता नहीं होना चाहिये, सभी कार्य दीर्घकालिक होने चाहिये। पब्लिक ट्वायलेट पर स्वच्छ भारत मिशन के अच्छे स्लोगन पेण्ट कराये जायें। क्यूआर कोड के माध्यम से गंदे ट्वायलेट की शिकायत करने की सुविधा श्रद्धालुओं को उपलब्ध करायी जाये। प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेण्टर को दिसंबर, 2024 तक क्रियाशील कराया जाये। वह स्वयं आगामी 27 अक्टूबर को निर्माणाधीन परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे।
बैठक में मुख्य सचिव ने इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) हेतु प्रयागराज स्मार्ट सिटी की कार्ययोजना पर सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर दी है। महाकुभ 2025 का इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 4000 हैक्टेयर के कुंभ क्षेत्र पर पैनी नजर रखेगा। 308 एआई बेस्ड तकनीक पर आधारित हाई डेफेनिशन कैमरों से होगी श्रद्धालुओं की गिनती और भीड़ के दबाव पर नजर रखी जाएगी। आग लगते ही कमांड सेंटर को सबसे पहले सूचना प्राप्त होगी। एआई के जरिए पार्किंग एरिया की मॉनीटरिंग की जायेगी। 120 पार्किंग एरिया में 720 नॉर्मल सीसीटीवी और 480 एआई बेस्ड कैमरे लगाये जायेंगे। 744 स्थानों पर सीसीटीवी सर्विलांस कैमरों की मदद से 200 अति महत्वपूर्ण लोकेशनों की सतत मॉनीटरिंग होगी।
इसके अलावा प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों और बस अड्डे पर 180 सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे। महाकुंभ 2025 का मेला हेल्पलाइन नंबर 1920 पचास लाइनों की क्षमता वाला होगा। इसके अलावा पूरे शहर की 268 लोकेशन पर नजर रखने के लिये पहले से स्थापित 1107 कैमरों को कण्ट्रोल रूम से इंटीग्रेट किया जायेगा।
महाकुम्भ के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को बेहतर सुविधायें दिये जाने एवं अवस्थान हेतु टेण्टेज आदि की व्यवस्था प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा की जायेगी। इस बार मेला क्षेत्र 4000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में होगा और घाट की लम्बाई 12 कि0मी0 होगी। पार्किंग क्षेत्र 1800 हेक्टेयर में बनाया जायेगा। टेण्ट में ठहरने हेतु 25,000 बेड्स की व्यवस्था की जायेगी। सभी टेण्ट की संरचनायें बाथरूम के साथ जर्मन हैंगर पर आधारित होगी। गंगा पंडाल 10,000 व्यक्तियों तथा कनवेन्शल हॉल 1000 पैक्स क्षमता का होगा। 250 मेला सर्किट हाउस कैम्पस बनाये जायेंगे। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 1,45,000 ट्वायलेट्स बनाये जायेंगे। 9800 स्वच्छता कर्मी तथा 1800 सेनिटेशन वालंटियर्स कार्य करेंगे।
इसके अलावा में बैठक में सिविल एयरपोर्ट रोड से कालिंदीपुरम तिराहा का विकास एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य 4991.42 लाख रुपये के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया गया। महाकुम्भ 2025 में क्षेत्रफल में बढ़ोत्तरी के कारण 30 पाण्टून पुलों के निर्माण के प्रस्ताव को अनुमोदन प्रदान किया गया, जिसके लिये 668 पाण्टून फैब्रिकेशन का कार्य को परियोजना में सम्मिलित किया गया है। इसके अतिरिक्त महाकुम्भ में 1,16,052 चेकर्ड प्लेट आपूर्ति के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई।
बैठक में प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान, प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश कुमार मेश्राम, प्रबंध निदेशक यूपीपीसीएल पंकज कुमार, महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं मेलाधिकारी कुम्भ विजय किरन आनंद सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे। इसके अलावा वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से प्रयागराज के मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी तथा अन्य जनपदीय वरिष्ठ अधिकारीगण बैठक में उपस्थित थे।

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