Monday, November 25, 2024
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मनाया गया शीतलनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक दिवस

फिरोजाबाद। जिले भर में जैन श्रद्धांलुओं ने भगवान शीतलनाथ का निर्वाण महोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया। इस अवसर जिनालयों में धार्मिक कार्यक्रम संपन्न हुए। जिसमें हजारों श्रद्धांलुओं ने धर्म लाभ लिया।
दिगम्बर जैन नसिया जी जिनालय में मुनि अमित सागर के सानिध्य में भगवान शीतल नाथ का निर्वाण महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। महोत्सव का शुभारम्भ मंगलाचारण से हुआ। मुकेश जैन, शोभित जैन, बॉबी जैन, प्रवीण जैन, राजेश जैन आदि अनेकों श्रद्धांलुओं ने पीत वस्त्रों में स्वर्ण मुकुट लगाकर संगीत की मधुर ध्वनि पर नृत्य करते हुए भगवान के सम्मुख अर्घ्य चढ़ाये। तत्पश्चात् शास्त्री के मन्त्रोंच्चारण के साथ लोंग जड़ित सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान एवं सम्यक चारित्र एवं अनेकों छोटे-छोटे लाडू भगवान का निर्वाण काण्ड बोलते हुए चढ़ाये। इस अवसर पर मुनिश्री ने धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब मनुष्य को परेशानी आती है तब भगवान के पास आता है। उन्होंने कहा कि गरीबी दो तरह कि होती है एक जैविक गरीबी और एक सामाजिक गरीबी, जिसमे सामाजिक गरीबी अर्थात उसके पास गाडी है, बांग्ला है लेकिन मेरे पास नहीं है और जैविक गरीबी रोटी कपड़ा और मकान की होती है। भगवान के दरबार में जैविक गरीबी का तो इलाज है लेकिन सामाजिक गरीबी का कोई इलाज नहीं है। रात्रि में महाआरती के पश्चात् ब्रह्म गुलाल मुनि पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। वहीं पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जैन नगर खेड़ा में भी भगवान शीतलनाथ का निर्वाण लाडू चढ़ाया गया। वहीं नगर से 16 किलोमीटर दूर फरिहा कस्बे के पास जैन तीर्थं क्षेत्र मंसलगंज में भगवान शीतल नाथ का निर्वाण महोत्सव मनाया गया। वहीं राजा का ताल स्थित अतिशय क्षेत्र पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर पर भगवान 1008 शीतल नाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। प्रातः भगवान को पांडुक शिला पर विराजमान करके उनका अभिषेक किया गया। प्रथम कलश का सौभाग्य विमल कुमार जैन, द्वितीय कलश रवि जैन एवं तृतीय कलश का सौभाग्य अमित जैन को प्राप्त किया। शांति धारा का सौभाग्य आशीष जैन ने प्राप्त किया। अपराह्न 2 बजे एक 48 दीपों के साथ भक्तांबर विधान का आयोजन किया गया। इस दौरान विमल कुमार जैन, अमित जैन, सुविधि जैन, रवि जैन, आदर्श जैन, उत्कर्ष जैन, संभव जैन, संदीप जैन, संजय जैन, बबलू जैन, मिनेश जैन, विनोद कुमारी जैन, शांति देवी, कुमकुम, रेखा, कंबू देवी, रजनी देवी, विमलेश देवी, मीना देवी, ममता जैन, शकुंतला देवी, राजेश देवी, डोना जैन, मोंटी जैन आदि मौजूद रहे।