जन सामना संवाददाताः मथुरा। मन में श्रद्धा आंखों में अटूट विश्वास की चमक, सनी गोद में किलकारी गूंजने की ज्योति जलाये श्रद्धालु भक्तों का कारवां ढोल मजीरा की थाप की मधुर सुर लहरियों के बीच झूमते थिरकते देशी विदेशी भक्त राधारानी के दरवार पहुंचे तो राधाकुण्ड आभार और गुहार का सागर बन गया। अर्द्धरात्रि 12 बजते ही कुंड में स्नान करना प्रारंभ हो गया सुबह तक करीब पांच लाख श्रद्धालुओं ने राधारानी कुंड में आस्था की डुबकी लगाई और मन्नतें मांगी।
रविवार को दिव्यता भरी आभा बिखेरता राधारानी का दरबार, चांदनी की शीतलता बिखेता चंद्रमा, करुणा भरी निगाह से सुनी गोद का दर्द बयां करते श्रद्धालु, संतान की चाहत में राधाकुंड में आस्था के गोते लगाने की उत्सुकता लाखों श्रद्धालु भक्त बंगाल, छत्तीशगढ़, उडीसा, आसाम, विहार, त्रिपुरा नागालैंड मणिपुर, दिल्ली, हरयाण पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान आदि जगहों से लाखों श्रद्वालु भक्तों की भीड़ राधाकुण्ड की ओर कदम दर कदम आगे बढ़े तो कुण्ड पर लाखों श्रद्वालु भक्तों की भीड़ का जमावड़ा लग गया। अपितु देशी-विदेशी भक्तों का धैर्य राधाकुण्ड में आकर समिट गया। भजन संर्कीतन करते हुए लाखों श्रद्वालु भक्तों ने राधारानी की परिक्रमा लगाई। धीरे धीरे राधा संगम कुण्ड के घाटों पर बैठकर श्रद्वालु भक्त अहोई माता की महिमा का बखान कर रहे थे। राधे कृष्ण के जयघोषों से राधाकुण्ड गुंज उठा। इंतजार था अर्द्धरात्रि 12 बजे स्नान करने का, रात गहराने लगी 12 बजने का सभी को इंतजार था संगम कुण्ड पर खोया पाया केन्द्र से उत्साही भक्त द्रश्य का आखों देखा हाल बयां कर रहे थे। जैसे ही स्नान का समय हुआ तो वेद मंत्र व शंख ध्वनी के बीच कृपा कटाक्ष का पाठ कर स्नान करने की घोषणा हो गई। घाटों पर टिक-टिकी लगाए बैठे निःसंतान दम्पत्ती जोड़ा, श्रद्धालु भक्त निर्जला रख पूजा-अर्चना कर कुण्ड में फल छोड़कर, कुण्ड में आस्था की डुबकियां लगाई। श्रद्धालुओं ने संतान की उन्नती, प्रगति और दीर्घ आयु की मन्नतें मांगी।
इस अवसर पर एडीएम विजय शंकर दुबे, उपजिलाधिकारी मयंक गोस्वामी, क्षेत्राधिकारी राम मोहन शर्मा,थाना प्रभारी विनोद बाबू मिश्र, निरीक्षक राघवेंद्र सिंह, शैलेंद्र शर्मा, चेयरमैन रामफल मुंशी, एक्ससीएन, एसडीओ शुभम अग्रवाल, सभासद भोला डूबे, के.सी गौड़ एडवोकेट मनोज गौड़, सुरेश जोशी, अमित गौड़, डॉ.विष्णु रावत, कृष्ण मुरारी, हरीकांत शर्मा हरिशंकर आदि भक्तों का सहयोग रहा।
आस्था के दीपों से चहक उठा राधाकुण्ड
अहोई अष्टमी स्नान की संध्या राधारानी कुण्ड के घाटों पर प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी इस्कॉन के दर्जनों भक्तों ने गाय के देशी घी से दीपदान किया तो आस्था के दीपों की रोशनी से राधाकुण्ड चहक उठा। कार्तिक माह अहोई अष्टमी पर विश्व शांति के लिए किया गया दीपदान को और घाटों पर जलते हजारों दीपों ने श्रद्वालु भक्तों का मन मोह लिया। भक्त घंटो कुण्ड का निहारते रहे।