मथुराः जन सामना संवाददाता। श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष और कृष्ण जन्म भूमि मंदिर का केस लड़ने वाले मुख्य पक्षकार फलाहारी दिनेश शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी जी हिंदुत्व का प्रखर चेहरा है इनको श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर में मूल गर्भ गृह में भगवान कृष्ण के जन्म स्थान में दर्शन करने चाहिए।
दिनेश शर्मा ने कहा कि योगी जी हनुमान जी का अवतार है इनका कोई नहीं रोक सकता क्योंकि न्यायालय में भगवान श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर में से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाला केस चल रहा है लेकिन दर्शन करने का कोई न्यायालय द्वारा स्टे नहीं है और ना ही निरीक्षण करने का स्टे है। मुख्यमंत्री जी कहीं भी जा सकते हैं उनको आने-जाने का अधिकार प्राप्त है। श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर पर मुगल शासक औरंगजेब द्वारा अवैध कब्जा किया गया था, उस अवैध कब्जे के बगल में मदन मोहन मालवीय और बिरला जी द्वारा खाली पड़ी जमीन पर कृष्ण जन्म भूमि मंदिर बनाया गया यह मुख्य जन्म स्थान नहीं है। जब सनातनी हिंदू कृष्ण जन्म भूमि मंदिर का निर्माण कर रहे थे तब उस समय कांग्रेस की सरकार थी ,कांग्रेस सरकार में सनातनी हिंदू कुछ नहीं कह पाए, इसलिए जो खाली जमीन पड़ी थी उसी पर बिरला जी द्वारा कृष्ण जन्म भूमि मंदिर बना दिया गया। दिनेश शर्मा ने कहा कि जितने भी देश-विदेश से सनातनी हिंदू मंदिर में दर्शन करने आते हैं वह स्थान मूल गर्भ गृह नहीं है असली मूल गर्भ गृह तो ईदगाह मस्जिद के नीचे दबा हुआ है, जितने भी कृष्ण मंदिर के प्राचीन साक्ष्य हैं वह सभी प्राचीन साक्ष्य मस्जिद के अंदर दबे हुए हैं। दिनेश शर्मा ने अभी कुछ दिन पहले एक संकल्प लिया था कि जब तक ईदगाह मस्जिद नहीं हटेगी तब तक वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे और लगभग ढाई साल पहले उन्होंने संकल्प लिया था कि मस्जिद हटने तक वह नंगे पैर रहेंगे।
श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने 6 दिसंबर के लिए ऐलान किया था कि लाखों दीपों के साथ जन्म भूमि मंदिर में दीपदान करेंगे जिसके लिए देश-विदेश से सभी कृष्ण भक्त मथुरा आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि सभी कृष्ण भक्त अपने हाथ में एक-एक दीपक लायेंगे और सीधे जन्मभूमि जाकर दीपदान करेंगे। श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के पदाधिकारी लगभग 8 देश में है और वह सभी 6 दिसंबर को दीपदान में आएंगे।