Sunday, November 24, 2024
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मथुरा में न्यूनतम 6 और अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रहा

मथुरा: श्याम बिहारी भार्गव। पुराने साल के आखिरी तीन दिन और नए साल के पहले तीन दिन सूर्य देव लोगों को सूर्य देव के दर्शन दुर्लभ रहे हैं। जिसके चलते सर्द मौसम के तेवर तीखे होते जा रहे हैं। न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट आ रही है और अधिकतम तापमान भी नीचे खिसक रहा है। मथुरा में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सिय तथा अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राया कृषि फार्मा पर तैनात सीनियर टेक्निकल असिस्टेंट शिवांकर भदौरिया ने बताया कि आगामी दिनों में सर्द मौसम बना रहेगा। एक दो दिन में बरसात होने की भी संभावना जताई जा रही है। सर्द मौसम से आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है। लोग बेहद जरूरी काम से ही बाहर निकल रहे हैं। वहीं स्कूलों में छुट्टी कर दी गई हैं। एक दो दिन कर छुट्टियों को आगे बढ़ाया जा रहा है। विद्यालयों का समय अब सुबह 10 बजे का कर दिया गया है। पशुओं को ठंड से बचाने के लिए किसान लगातार जतन कर रहे हैं। दुधारू पशुओं की दग्ध उत्पादन क्षमता भी प्रभावित हो रही है, वहीं दूध के दाम भी गिर रहे हैं। पशुपालकों पर यह दोहरी मार पड़ रही है। जबकि पशुओं का चारा पानी किसानों को आम दिनों की तुलना मंे महंगा पड रहा है।
वहीं दिहाड़ी मजदूरों के सामने भी परेशानियां खड़ी हो रही हैं। मजदूर मंडी में मजदूर पहुंच रहे हैं लेकिन काम पर ले जाने वाले उन्हें नहीं मिल रहे हैं। बडी संख्या में मजदूर कडकडाती सर्दी में निराश होकर घरों को वापस लौट रहे हैं। ठंडी हवाओं के साथ गलन के चलते गर्माहट के लिए दिन में भी रूम हीटर और ब्लोअर चलाने पड़े। वहीं सड़क और फुटपाथ पर भी लोग अलाव जलाकर हाथ तापते नजर आए। नगर निगम और नगर पंचायतों की ओर से लोगों को राहत देने के लिए तिराहे चौराहों पर गैस हीटर लगाये गये हैं। जनपद का अधिकांश हिस्सा टीटीजेड में आता है। जिसके चलते लकड़ी के आलाव नहीं जलाए जाते हैं। हालांकि गैस हीटर उतने कारगर साबित नहीं हो रहे हैं जितने कि लकडी अलाव साबित होते हैं। वहीं नगर कुछ नगर पंचायतों में लकड़ी के अलावा भी जलाये जा रहे हैं जिससे लोगों को सर्दी से कुछ राहत मिल सके। नगर निगम की ओर से प्रमुख स्थलों पर रेन बसेरा शुरू किये गये हैं। नगर निगम और नगर पालिका कोसीकला के अधिकारी लगातार रेन बसेरों की व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं और सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि रात किसी बेसहारा को खुले आसमान के नीचे रात गुजारने के लिए मजबूर न होना पडे। नगर निगम मथुरा वृंदावन की ओर से रेन बसेरा के अंदर भी गैस हीटरों की व्यवस्था की गई है।