नई दिल्ली: राजीव रंजन नाग। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के राज्य में प्रवेश से कुछ दिन पहले भाजपा मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अपना बचाव कर रही है। भाजपा से नाराज ग्वालियर में भाजपा की पदयात्रा अगले कुछ दिनों में प्रवेश करेगी। ग्वालियर की नाराजगी खत्म करने के लिए भाजपा के रणनीतिकार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को वहां पार्टी कार्यकर्ताओं की एक बैठक की। बैठक में उन्होंने भाजपा की जीत में योगदान देने के लिए एक विशेष सुझाव दिया। उपाय बताये और राजनीति के मंत्र फूंके। खजुराहो लोकसभा क्षेत्र में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए श्री शाह ने प्रत्येक कार्यकर्ता से प्रत्येक बूथ पर 370 अतिरिक्त वोट जोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, इस कदम को राज्यव्यापी और देशव्यापी ले जाने से भाजपा मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों और पूरे भारत में 370 से अधिक सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल पार्टी को 400 सीटों का लक्ष्य दिया है। मध्य प्रदेश के पांच क्षेत्रों में से, ग्वालियर में भाजपा और कांग्रेस के बीच सबसे कड़ी लड़ाई होने की उम्मीद है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में दोनों पार्टियां कड़ी टक्कर में थीं, जिसमें भाजपा ने 18 सीटें जीतीं और कांग्रेस सिर्फ दो सीटें पीछे रह गई। पार्टी सूत्रों ने संकेत दिया कि इसका कारण दलित ब्राह्मण कारक था – दलित 2018 से जाति-आधारित अपराधों से परेशान हैं और ब्राह्मण प्रतिनिधित्व की कमी से नाराज हैं। दोनों वर्गों ने भाजपा का विरोध किया था, जिसके कारण प्रदर्शन सामान्य से नीचे रहा।
दलितों के गुस्से को शांत करने के लिए बीजेपी समाधान पर काम कर रही है। उसने विधानसभा चुनावों से पहले उनके लिए कई योजनाओं की पेशकश की थी। इस क्षेत्र में प्रचार के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा (जो एक ब्राह्मण चेहरा हैं) को लाने की योजना है। रविवार को श्री शाह का दूसरा पड़ाव खजुराहो था, जिसे कांग्रेस ने सीट बंटवारे के समझौते के तहत इस बार समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दिया है। हालिया विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने वहां की सभी आठ विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। श्री शाह का अंतिम पड़ाव भोपाल था, जहां भाजपा 1989 से लोकसभा चुनाव जीत रही है और 2023 के चुनावों में आठ विधानसभा क्षेत्रों में से छह पर जीत हासिल की। पार्टी के राज्य मीडिया सेल के प्रमुख केके मिश्रा ने कहा, ‘एक तरफ बीजेपी का दावा है कि वे 400 सीटें जीतने जा रहे हैं और दूसरी तरफ वे राहुल गांधी और कांग्रेस के दौरे से डरे हुए हैं। इस बीच कांग्रेस छोड़ने की अटकलों के बीच कमलनाथ ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए राहुल गांधी के साथ पार्टी की न्याय यात्रा में शामिल होने का ऐलान कर दिया है। वह यात्रा के मध्य प्रदेश पहुंचने पर 2 मार्च को राहुल को साथ होंगे और 6 मार्च तक वह यात्रा का हिस्सा रहेंगे।
कांग्रेस से नाराजगी और बीजेपी में जाने की अटकलों के बीच कमलनाथ अब राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होंगे। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम के बीते दिनों पाला बदलने को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे थे। भाजपा नेतृत्व ने मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा कमलनाथ के लिए दरबाजे बंज होने का बायन के बाद कमलनाथ ने पलटी मार दी है। अब कहा जा रहा रहा है कि वह 2 मार्च से पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होंगे और मध्य प्रदेश पहुंचने पर राहुल गांधी का स्वागत करेंगे। उन्होंने अपने एक सोशल मीडिया पोस्ट में राहुल गांधी को अपना नेता भी बताया। इस बीच कांग्रेस के एक केंद्रीय नेता ने कहा- कमलनाथ यात्रा में शामिल होकर अपना चेहरा दर्ज कराना चाहते हैं। हम उन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। कमलनाथ 2 मार्च को छिंदवाड़ा से ग्वालियर पहुंचेंगे। इसी दिन कांग्रेस की न्याय यात्रा मध्य प्रदेश पहुंचेगी। कमलनाथ राहुल गांधी के साथ 6 मार्च तक रहेंगे। भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2 मार्च को राजस्थान के धौलपुर से मध्य प्रदेश के मुरैना में दाखिल होगी। मध्य प्रदेश में पार्टी की यात्रा पांच दिनों की होगी।