मथुरा: जन सामना संवाददाता। विद्युत विभाग की कारगुजारियों की गूंज अब दूर तक सुनाई देने लगी है। लगातार ये सामने आ रहा है कि विद्युत बिलों की वसूली में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है। इस तरह की शिकायतों का अम्बार लगा है। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि विद्युत बिलों की वसूली में पारदर्शिता बरती जाए और विभागीय अधिकारी कार्यालयों से बाहर निकलें। मथुरा में विद्युत विभाग की वसूली में अनियमितताओं की शिकायत जिलाधिकारी तक भी लगातार पहुंच रही हैं। जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार में विद्युत विभाग के कार्यों के संबंध में समीक्षा बैठक ली। विद्युत बकाया वसूली और आपूर्ति के अलावा नलकूप कनेक्शन में पारदर्शिता बरतने के निर्देश दिए। विद्युत व्यवस्था में व्यापक सुधार कराया जाए। जिसमें विद्युत बिल भुगतान और रोस्टर के तहत विद्युत आपूर्ति प्रदान की जाए। अधिकारी फील्ड में निकले भ्रमणशील रहें एवं फूट पेट्रोलिंग करें, और जहां जहां ओवर लोडिग, ट्रिपिंग, लो वोल्टेज की समस्या है, समस्याओं का आकलन कर, समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करे। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियन्ताओं को निर्देश दिये हैं कि प्रातः अपने क्षेत्र के समस्त बिजली घरों पर फोन कर, विद्युत व्यवधान की जानकारी लें। अधिकारी सुनिश्चित करें कि जनपदवार स्थापित कन्ट्रोल रूम कार्यरत रहें। उपभोक्ताओं का फोन अवश्य बताएं और शिकायत दर्ज कर, शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करें। निर्देश दिये हैं कि समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी 24 घंटे मोबाईल फोन ऑन रखें उपभोक्ताओं के फोन उठाकर उनकी विद्युत संबंधी समस्याओं का समयबद्धता के साथ निस्तारण सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने निर्देश जारी किए हैं कि सभी बिजली घरों के नंबर सार्वजनिक किए जाएं और अधिकारी के नाम भी अंकित किए जाएं।
बैठक में क्या बोले चीफ इंजीनियर ?
विद्युत विभाग के मुख्य अभियंता एसके जैन ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि सभी फीडरों पर कर्मचारियों की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगाई गई हैं और निर्देश दिए गए हैं कि सभी उपभोक्ताओं के कॉल रिसीव करेंगे और शिकायत दर्ज कर उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाकर निस्तारण कराना सुनिश्चित करेंगे। टोल फ्री 1992 तथा जनपद मथुरा में स्थापित विद्युत कंट्रोल रूम नंबर $91 9193303021 पर विद्युत संबंधी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।