फिरोजाबाद। शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जनपद फिरोजाबाद के तत्वावधान में ऑनलाइन उपस्थिति एवं डिजिटाइजेशन के विरोध में मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है। जिसमें अव्यवहारिक, गैर संवैधानिक, नियमों एवं सेवा शर्तों के विपरीत ऑनलाइन हाजिरी एवं डिजिटाइजेशन के काले आदेश को तत्काल वापिस लेने, पुरानी पेंशन को बहला करने, राज्य कर्मचारियों की तरह 30 ईएल, 15 हाफ सीएल और प्रतिकार अवकाश, कैशलेस, स्वास्थ्य बीमा आदि दिए जाने की मांग की है। समान वेतन समान कार्य के आधार पर शिक्षामित्रों और अनुदेशकों को स्थाई करते हुए पूर्ण वेतन दिया जायें। शिक्षक-शिक्षिकाओं को ग्रह जनपदों में स्थानांतरित किया जायें। वहीं गैर शैक्षणिक कार्यों, बीएलओ, एमडीएम, हाउस होल्ड सर्वे, रंगाई पुताई, साफ सफाई, बिल्डिंग निर्माण कार्य आदि से मुक्त करते हुए शिक्षक को केवल शिक्षण कार्य ही कर दिया जायें। उक्त मांगों के समर्थन में पूरे जनपद का शिक्षक समाज आक्रोशित है और आंदोलनरत है। यदि शासन द्वारा शिक्षको की जायज मांगों को न मानते हुए ऑनलाइन डिजिटाइजेशन आदेश वापिस नही लिया जाता, तो जनपद के समस्त संकुल शिक्षक अपने पदों से त्यागपत्र दे देंगे। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ यतेन्द्र यादव, जिलामंत्री सलिल यादव, श्याममोहन सिंह, आनंद श्रोतीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ, अबोध चतुर्वेदी, कोशलेंद्र सिंह, रीमा यादव, वंदना तोमर महिला शिक्षक संघ, कमल यादव, रामानंद तैंगुरिया, मनोज गोस्वामी, टीकम सिंह, धर्मेंद्र कृष्णज और सहदेव सिंह चौहान अटेवा, मुकेश राजपूत यूटा, सतेंद्र पाल सिंह और कौशलेंद्र सिंह आरक्षित शिक्षक संघ, करतार सिंह सीनियर बेसिक शिक्षक संघ, श्रीओम यादव और आदेश यादव आदर्श शिक्षामित्र एसोसिएशन, प्रवेश कुमार और नीरज चौहान शिक्षामित्र संघ, मोहम्मद शाहरुख चतुर्थ श्रेणी संघ आदि के साथ हजारों शिक्षक शिक्षिकाओं ने मांगों के समर्थन में आवाज को बुलंद किया।
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