मथुराः श्याम बिहारी भार्गव। उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गौ अनुसंधान संस्थान, मथुरा तथा गट माइक्रोफ्लोरा एवं प्रोबायोटिक साइंस फाउंडेशन के तत्वाधान में दिनांक 24 सितंबर 2024 को प्रोबायोटिक जागरूकता दिवस, विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय सभागार में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अनिल कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में मनाया गया। जिसमें मथुरा जनपद के 13 स्कूलों के 500 से अधिक छात्र-छात्राएं, शिक्षक तथा कोऑर्डिनेटरों ने प्रतिभाग किया। अपने अध्यक्ष उद्बोधन में प्रोफेसर श्रीवास्तव ने प्रोबायोटिक्स के फायदे, उनके विभिन्न सोर्सेस तथा प्रयोग के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया कि प्रोबायोटिक्स, हमारे पाचन तंत्र के सूक्ष्म जीवों को सुचारू रूप से काम करने में सहायता करते हैं जिससे हमारा पाचन तथा रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है। जो स्वस्थ जीवन के लिये अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वस्थ मनुष्य अपने दायित्वों का भली बात निर्वहन कर सकता हैं। उन्होंने बताया कि प्रोबायोटिक्स योगर्ट, दही, छाछ इत्यादि में भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिनके प्रयोग से हम अपने स्वास्थ्य का अच्छे से ध्यान रख सकते हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर एन. के. गांगुली रहे। प्रोबायोटिक के उपयोग और फायदे के बारे में मथुरा जनपद के 13 स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रेजेंटेशन दिया गया। जिसमें बलदेव पब्लिक स्कूल प्रथम स्थान; ग्रेस कन्वेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वितीय स्थान तथा सेंट डोमिनिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मथुरा तृतीय स्थान पर रहा। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले स्कूल के छात्रों को 10-10 हजार रुपए नकद तथा प्रमाण पत्र और ट्रॉफी दी गई। द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को पांच-पांच हजार नकद तथा प्रमाण पत्र दिया गया। तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले स्कूल के छात्रों को तीन-तीन हजार रुपए नकद तथा प्रमाण पत्र वितरित किया गया। इसके अलावा प्रत्येक स्कूल के जिन-जिन छात्रों ने प्रस्तुतिकरण दिया था, उन सभी को एक-एक हजार रुपए नकद तथा प्रमाण पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन प्रोफेसर बृजेश यादव तथा डॉ. पवनजीत सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में प्रोफेसर जे. बी. प्रजापति; प्रोफेसर ज्योति प्रकाश तमाग, डॉक्टर नीरजा हजेला, डॉक्टर ओसामू चोनन, इजी अमानो, ताकेशी याशीमोटो, टोमोयाकी, विश्वविद्यालय के प्रथम महिला श्रीमती सुरभि श्रीवास्तव, प्रोफेसर विकास पाठक, अधिष्ठाता, पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय, प्रोफेसर विनोद कुमार निदेशक शोध, प्रोफेसर देश दीपक सिंह, प्रोफेसर अमित सिंह, डॉ नीरज गंगवार, डॉ अजय प्रताप सिंह सहित विश्वविद्यालय के समस्त अधिकारी एवं शिक्षक उपस्थित रहे।