सलोन, रायबरेली। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पीएम श्री प्राथमिक विद्यालय धरई में दोनों हाथों से दिव्यांग शिक्षामित्र रिजवाना बानो को आज सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि दिव्यंगता अभिशाप नहीं वरन एक चुनौती है, कड़े संघर्ष से सफलता निश्चित है।
प्राथमिक विद्यालय धरई में कार्यरत रिजवाना बानो पुत्री स्वर्गीय अजीजुर रहमान जो कि कलाई पर से दोनों हाथों से दिव्यांग हैं, बताते हैं कि वह जब 8 वर्ष की थी और कक्षा 3 में पढ़ रही थी, उसी समय उनके दोनों हाथों में चोट लगने के कारण सड़न पैदा हुई और अंत में चिकित्सा के दरम्यान उनके हाथ कलाई पर से काटे गए। परिजन बताते हैं कि बचपन से ही रिजवाना के अंदर पढ़ने की लालसा थी।
पढ़ाई की लालसा में उसने गांव में बकरी चराते हुए संघर्ष किया और जमीन पर हाथों से लिखने का अभ्यास करने लगी और निरंतर प्रयास से वह लेखन क्षमता में कामयाब हो गई। जब वह लिखने लगी तो उसने पुनः इस विद्यालय में अपना नामांकन कराया, आगे की पढ़ाई आरंभ की और इस कदर मेहनत की कि इंटरमीडिएट, बीए पास किया और इसी विद्यालय में उन्हें शिक्षा मित्र के रूप में तैनाती मिल गई। अध्यापन करते हुए उन्होंने, बीटीसी, टेट, सीटेट, प्राथमिक एवम जूनियर स्तर पर पास किया। वहीं शिक्षामित्र के पद पर 2004 से निरन्तर बच्चो को पढ़ा रहीं है।
उन्होंने बताया कि वह 9 बहने हैं, भाई कोई नहीं हैं, उनके पिता का नाम स्वर्गीय अजीजुर रहमान निवासी धरई जो यहां के मशहूर हकीम (सिद्धू) थे वह उनकी पोती हैं। अपने अच्छे अध्यापन के कारण इन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ कला में भी महारत हासिल की। अच्छा लिखती एवं बच्चों को श्यामपट्ट पर चाक द्वारा चित्र के माध्यम से टी एल एम निर्माण भी कराकर शिक्षित कर रही हैं। वहीं विद्यालय का समस्त स्टाफ एवं अधिकारीगण इस दिव्यांग महिला के कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा करते नहीं थकते।
आज महिला दिवस के अवसर पर विद्यालय की प्रधानाध्यापिका तसलीम राबिया, पूर्व माध्यमिक विद्यालय धरई के प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद कासिम हुनर, विद्यालय के शिक्षामित्र सर्वेश कुमार मिश्र एवं सेवानिवृत शिक्षक मोहम्मद इस्माइल खान ने रिजवाना बानो को सम्मानित किया। साथ ही जूनियर शिक्षक संघ की अध्यक्ष डॉक्टर साधना शर्मा की ओर से भेजे गए उपहार को भी भेंट किया।
Home » मुख्य समाचार » संघर्ष और चुनौतियों पर दिव्यांग महिला ने पाई विजय, शिक्षामित्र बन 20 वर्षों से कर रही अध्यापन कार्य