फिरोजाबादः जन सामना संवाददाता। कोर्ट के आदेश पर सात लोगों के खिलाफ फर्जी तरीके से खेत का बैनामा करने की रिपोर्ट दर्ज हुई है। पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।
मैनपुरी के थाना करहल क्षेत्र अंतर्गत मिलिक निवासी जगदीश पुत्र छेदालाल ने थाने में तहरीर दी है। जिसमें कहा है कि उसका बेटा अरुण कुमार सैंफई में एक शीतगृह में आता-जाता था। जिससे कोल्ड में काम करने वाले जसराना के गांव ग्यामई निवासी वीरपाल पुत्र जयराम से पहचान हो गई। आरोप है कि वीरपाल ने उसके बेटे से खेत लेने की बात कही। इस पर अरुण कुमार ने उससे खेत दिखाने के लिये कहा। वीरपाल अरुण, जगदीश और उसके रिश्तेदारों को लेकर सिरसागंज के गांव रुधावली पहुंचे। यहां भगत सिंह, अनिल कुमार, रामब्रेश सिंह निवासी ग्यामई, अनिल कुमार निवासी सैंदलपुर, विपिन कुमार नगला केहरी और राजेंद्र मिले। उक्त लोगों ने एक खेत दिखाया। जिसे देख कर अरुण और उसके रिश्तेदार सभी तैयार हो गये। दोनों ने छह लाख और 16 लाख रुपये बैनामा के तौर पर दिये। शेष रकम बैनामा के समय चैक द्वारा दी गई। सात सितंबर को उक्त लोगों ने फर्जी तरीके से दूसरे खेत का बैनामा कर दिया और सभी रुपये ले लिए। जब अरुण और उसका रिश्तेदार खेत पर कब्जा करने पहुंचे, तब जाकर उन्हें अपने साथ हुई धोखाधड़ी की जानकारी ही।इसके बाद उन्होंने थाने में तहरीर दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में कोर्ट के आदेश पर सोमवार को थाना पुलिस ने उक्त लोगों भगत सिंह, अनिल कुमार, रामब्रेश सिंह निवासी ग्यामई, अनिल कुमार निवासी सैंदलपुर, विपिन कुमार नगला केहरी और राजेंद्रके खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी है।