Monday, November 25, 2024
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संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत डीएम ने अधिकारियों को सफल बनाने के दिये निर्देश

डीएम कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संचारी रोग नियंत्रण पखवाडा कार्यक्रम की समीक्षा बैठक करते हुए

विद्यालयों में बच्चों को संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा के तहत मस्तिष्क ज्वर, मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकन गुनिया, कालाजार आदि की दे जानकारी: डीएम
कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक शुरू हो रहे संचारी रोग नियंत्रण पखवाडा को सफल बनाने के उद्देश्य से सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अपर सीएमओ ने बताया कि संचारी रोग तथा दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण तथा इनका त्वरित एवं सहयोग सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। विशेष संचारी रोग नियंत्रण प्रदेश के 38 जनपदों में आयोजित हो चुका है। इस अभियान के कारण दिमागी रोग से होने वाली मृत्यु में भारी कमी आई है। मुख्यमंत्री जी द्वारा दिमागी बुखार संचारी रोगों पर नियंत्रण तथा इनके त्वरित एवं सुचारू उपचार हेतु प्रभावी उपाय अपनाते हुए अनवरत व्यापक अभियान चलाए जाने के निर्देश दिये गये है।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बीते सायं को बैठक में समस्त संबंधित अधिकारियों, बीडीओ एवं डीपीआरओ, बीएसए, डीआईओएस, कृषि अधिकारी आदि को निर्देश दिये कि वह मच्छर रोधी पौधे जैसी नीम, तुलसी आदि को उगाया जाए और खेतों में मच्छरों के प्रजनन को रोकने हेतु नई तकनीकों के प्रयोग के लिए मदद उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में बच्चों को संचारी रोग नियंत्रण पखवाड़ा के तहत मस्तिष्क ज्वर, मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, चिकन गुनिया, कालाजार आदि की जानकारी दे। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि संचारी रोग एवं दिमागी बुखार हेतु जन जागरण अभियान में स्थानीय एवं तथा आशा कार्यकत्रियों के साथ बैठक कर साफ सफाई के बारे में बच्चों को बताने को कहें। डीआईओएस व बीएसए को निर्देश दिये कि वह विद्यालयों मेंहर दिन प्रार्थना के समय बच्चों को संचारी रोग व दिमागी बुखार के विषय में जानकारी दे। छात्रों को बताया जाए कि हर बुखार खतरनाक हो सकता है, दिमागी बुखार के क्या कारण है, बुखार होने पर क्या करें क्या ना करें। उन्हें खुले में शौच ना जाने के बारे में कहे उन्हें बताया जाए कि खुले में शौच जाने से कई बीमारियां होती हैं। खाने से पहले हाथ अच्छी तरह से हाथ साफ करें और नाखूनों को नियमित रूप से साफ करते रहे एवं काटते रहें। विद्यालयों में प्रभातफेरी, रैली, नारेबाजी वाद विवाद प्रतियोगिता के माध्यमसे भी आस पास के लोगों को जागरूक किया जाए। उन्होंने जल निगम अधिकारी को निर्देश दिये कि वह ऐसे सभी हैंडपंपों को चिन्हित कर क्राॅस का निशान लगाएं जिसका पानी सेहत के लिए सही नहीं है। जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिये कि वह प्रधानों के माध्यम से ग्राम स्तर पर साफ सफाई, हाथ धोना, शौचालय की साफ सफाई तथा घर से जल निकासी हेतु जन जागरण के लिए प्रचार प्रसार करायें, जागरूकता हेतु पंपलेट, पोस्टर, बैनर आदि का उपयोग किया जाए। सभी ग्राम वासियों को नुक्कड नाटक आदि प्रतियोगिताओं के माध्यम से भी संचारी रोगों के बारे में जानकारी दें व उससे बचाव के बारे में बताया जाए। जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को निर्र्देश दिये कि वह शहरी क्षेत्रों में सभासदों एवं अधिशासी अधिकारियों के साथ बैठक कर शहरी क्षेत्र में भी इसका व्यापक प्रचार प्रसार कराते हुए जनता को इन रोगों के बारे में सटीक जानकारी देते हुए बचाव के विषय में बताया जाये। बैठक में मुख्य बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की गयी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार राय, एडीएम प्रशासन पंकज वर्मा, एसडीएम सदर आनन्द कुमार सिंह, अपर सीएमओ डा0 बीपी सिंह, डीपीपआरओ, बीएसए, जिला कृषि अधिकारी, डीआईओएस, जिला कृष्ठ रोग अधिकारी फतेह बहादुर सिंह, नोडल अधिकारी वीबीडी डा0 एपी वर्मा आदि सभी एमओआईसी आदि अधिकारी उपस्थित रहे।