कानपुर। जनपद में स्थापित सरकारी गौशालाओं में से निकलने वाले गोमूत्र से दवा, गोबर से कंडा आदि बनाकर शव दाह के लिए प्रयोग किया जाये। अपशिष्ट से दवाएं बनाकर बेचा जाये। साथ ही ऐसी संस्थाओं को खोजे जो स्वयं गोबर, गोमूत्र खरीदती हो उनको बेचा जाये। समस्त ग्रामों में लोगों को जागरूक करते हुए खुली बैठकों का आयोजन किया जाये कि अपने पशुओं को बांध कर रखें। छुट्टा छोड़ने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिन लोगों द्वारा बवाल किया जायेगा उन्हें पाबन्द करते हुए कड़ी कार्यवाही की जाये । बैठक में जूनियर इंजीनियर सतेंद्र कुमार के उपस्थित न होने पर सो कॉल नोटिस दिये जाने के निर्देश दिये और बिना अनुमति के कोई भी अधिकारी मुख्यालय छोड़ कर नही जाये।
उक्त निर्देश आज जिलाधिकारी श्री विजय विश्वास पन्त ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित गौवंश सम्बन्धी बैठक में उपस्थित अधिकारियों को दिये। उन्होंने शहर में आवारा पशुओं के विषय में नगर निगम के अधिकारी से जानकारी की तो उपस्थित अधिकारी ने बताया कि 4 जनवरी से आवारा पशुओं को पकड़ने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है जिसके क्रम में जाजमऊ कांजी हाउस 214, दर्शन पुरवा कांजी हाउस में 60 तथा अस्थायी गोसंरक्षण केंद्र बनाकर मंडी में 106 पशुओं को रखा गया है जिनके चारे, पानी की कोई समस्या नही है। अब तक 75 पशुओं मालिकों से जुर्माना लेकर उन्हें छोड़ा भी गया है।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा कि इन बाड़ों में बन्द आवारा पशुओं के गोबर आदि को बेचा जाये जो उससे गोबर गैस, गोबर से कंडे तथा गोबर से लकड़ी बनाते हो जो शव दाह में प्रयोग किया जाये। जिसकी मार्केटिंग भी करायी जाये।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रो में खुली बैठके आयोजित कर लोगों को अपने पशुओं को आवारा न छोड़ने के लिए निर्देशित किया जो व्यक्ति अपने पशुओं को छोड़ेगा तो उन पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने गावों में डुग्गी भी पिटवाकर पशुओं को बांध कर रखने के लिए लोगों को वार्निग भी दिये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने समीक्षा के दौरान जूनियर इंजीनियर सतेंद्र कुमार के अनुपस्थित होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि अनुपस्थित होने पर सो काल नोटिस दिया जाये और किसी भी अधिकारी द्वारा बिना अनुमति के मुख्यालय छोड़ने पर कड़ी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अक्षय त्रिपाठी, अपर जिलाधिकारी नगर विवेक श्रीवास्तव, जिला पंचायत राज अधिकारी, नगर निगम, कृषि तथा वन विभाग के सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।