कुलसचिव ने की गेंदबाजी तो कुलपति ने बैट पर हांथ आजमाया
डॉ. दीपकुमार शुक्लः कानपुर। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर में स्थापना दिवस साप्ताहिक समारोह के अंतर्गत कुलपति एकादश बनाम कुलसचिव एकादश का मैत्री क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। आज सुबह से ही कुलपति एकादश एवं कुलसचिव एकादश के प्रतिभागियों में जबरदस्त उत्साह था । लगभग 5 वर्ष के पश्चात ऐसा आयोजन पुनरू किया गया, जब शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारीगणों ने आपस में मैत्री क्रिकेट मैच खेला। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर नीलिमा गुप्ता एवं कुलसचिव डॉ.विनोद कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों का परिचय लिया। उसके पश्चात पिच पर टॉस उछाला। जिसमें कुलपति महोदया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। एक तरफ जहां कुलसचिव जी ने गेंदबाजी की तो वहीं कुलपति महोदया ने बल्लेबाजी कर शॉट मारा। इसके पश्चात कुलपति एकादशी की तरफ से बल्लेबाजी करने उतरे डॉ.आशीष श्रीवास्तव और दिग्विजय शर्मा ने दोनों छोर से मोर्चा संभाला। हालांकि विकेटों का पतन निश्चित अंतराल पर हो रहा था। जिसमें यूआईटी के विशाल अवस्थी और संजीत कुमार ने जबरदस्त बल्लेबाजी कर कुलपति एकादश का स्कोर 20 ओवर में 124 रन तक पहुंचा दिया। इसके पश्चात कुलसचिव एकादश की टीम बल्लेबाजी करने उतरी जिसमें उप कुलसचिव विद्यानंद त्रिपाठी और अभिषेक त्रिवेदी ने बहुत ही तेजी से रन बटोरे। एक समय ऐसा लग रहा था कि कुलसचिव एकादश बहुत ही आसानी से एकतरफा मैच जीत जाएगी। परंतु कुलपति एकादश के गेंदबाज संजीत कुमार, सुधांशु राय एवं संदीप सिंह ने एक के बाद एक विकेट लेकर उस जीत में एक रोमांचक मोड़ पैदा कर दिया। आखिरी ओवर में कुलसचिव एकादश को 4 रनों की जरूरत थी गेंदबाजी दिग्विजय शर्मा के हाथ में थी। आखरी बाल तक रोमांच बना रहा। कुलसचिव एकादश के 9 विकेट गिर चुके थे आखिरी बॉल पर 1 विकेट बचा था और 1 रन बचा था जिसको की कुलसचिव एकादश के बल्लेबाज ने आखिरी बॉल पर 1 रन ले कर अपनी जीत पक्की कर ली। मैन ऑफ द मैच अभिषेक त्रिवेदी को मिला। उन्होंने सर्वाधिक 35 रन बनाए। वहां उपस्थित कुलसचिव और कुलपति एक अध्यक्ष के प्रतिभागी और देखने वालों में जबरदस्त उत्साह था। ऐसा मैच आज तक उन्होंने नहीं देखा जबकि दोनों ही टीमें शिक्षकों और कर्मचारियों की टीमें अपना जबरदस्त प्रदर्शन कर रही थीं। मैच की हार जीत के बावजूद भी हारने वाली टीम भी जीत के करीब पहुंच कर हारी तो लगा कि हां जीत के हारे हैं। अंत में कुलसचिव महोदय और कुलपति महोदय ने दोनों ही टीमों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि आगामी स्थापना दिवस पर सभी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।