सरकारी ठेको में बिकने वाली नकली ब्रांड की बोतले बनाकर होती थी सप्लाई
जब्त समान की कीमत बताई जा रही 20 लाख से ऊपर
रायबरेली, सलमान चिश्ती। सरकारी शराब के ठेको में सप्लाई की जाने वाली अवैध शराब फैक्ट्री का भंडाफोड करते हुए कोतवाली पुलिस ने दो लोगो को गिरफ्तार किया है। फैक्ट्री में पकडी गयी सामाग्री की कीमत 20 लाख से ऊपर बताई गई है। पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि दो अभियुक्त फरार है जिन्हे जल्द गिरफ्तार किया जायेगा।
कोतवाली परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए एसपी ने बताया कि पुलिस को कोतवाली क्षेत्र के गांधी का पुरवा मजरे गौरा रूपई गांव में कई दिनो से अवैध शराब की फैक्ट्री चलाये जाने की जानकारी मिल रही थी। पूरे प्रदेश में चलाये जा रहे अवैध शराब माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के क्रम में कोतवाली प्रभारी कंचन सिंह ने दलबल के साथ उक्त फैक्ट्री में देर रात छापा मारा। जहां मौके से दो लोग पकडे गये जबकि सरगना भागने में सफल रहा। पकडे गये लोगों की निशानदेही पर जब गोदाम में रखी सामाग्री पुलिस के हाथ लगी तो सभी के होश उड़ गये। पुलिस ने मौके से 13 ड्रम स्प्रिट, 28 जरीकेन, 18 बोरी ढक्कन व 28 बोरी खाली शीशियां बरामद की है। जिनकी कीमत लाखों में बताई गई है। मौके से अखिलेश व मुन्ना पुत्रगण सोहनलाल, गुड्डू पुत्र बुद्वीलाल को गिरफ्तार किया गया है जबकि सरगना सोहनलाल व पप्पू मौके से फरार हो गये है। एसपी ने फरार अभियुक्तो की जल्द गिरफ्तारी के लिये कोतवाली पुलिस के साथ एसओजी को भी लगाया है।
सभी ब्रांड क्षेत्र के ठेको में बिक रहे, उच्चस्तरीय जांच हो सकता है खुलासा
रायबरेली। लालगंज कोतवाली क्षेत्र में चल रही अवैध शराब फैक्ट्री में गनीमत रही कि इसके पीने से किसी की मौत नही हुई। पकडे गये सामान में मस्तीह, दीवाना, पावर हाउस, ब्लेन्डर प्राईड, बैगपाईपर आदि ब्रांड की बोतले व रैपर आदि भारी मात्रा में बरामद किये गये है। उक्त सभी ब्रांड क्षेत्र के ठेको में धडल्ले से बिक रहे है। जिससे यह साबित होता है पैकिग के बाद इन बोतलो की सप्लाई सरकारी ठेको में होती थी। इसके बावजूद आज तक किसी को भनक नही लगी यह बड़ा प्रश्नचिंह है। लोगों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कर पूरे रैकेट के पर्दाफास की मांग की है जिससे चंद पैसो के लालच में लोगो की जान के साथ खिलवाड करने वाले लोगो को कडी से कडी सजा मिल सके।