हाथरस, नीरज चक्रपाणि। हर साल की तरह इस साल भी हजरत शमसुद्दीन उर्फ बाबा काले खां रहमतुल्ला अलैहः के उर्स के मौके पर कब्बालियों का जोरदार मुकाबला हुआ। जिसका उद्घाटन ऑल इंडिया शेख जमीअतुल अब्बास कमेटी के सदर व पूर्व सभासद डा. रईस अहमद अब्बासी व विजय सिंह प्रेमी ने किया।
इस मौके पर दिल्ली की हसन सावरी व अलीगढ़ की उस्मान जलाल के बीच जोरदार मुकाबला हुआ। सावरी हसन पार्टी ने यह कलाम पढ़ा-जहां-जहां यह उजाला दिखाई देता है, मेरे बाबा काले खां का जलवा दिखाई देता है। अलीगढ़ की उस्मान जलाल ने यह कलाम पढ़ा-तेरा दर मिला तो जहान मिला, जिसे तू मिला खुदा मिला, तेरी गुफ्तगू में जो खो गया उसे जिन्दगी का मजा मिला।
इस अवसर पर खादिम सब्बीर अहमद काजी, सूफी गुलाब शाह, डा. एम. एम. खान, मौहम्मद आजाद, हरेन्द्र शर्मा, मौहम्मद अली ठेकेदार, शमशेर अली, इसराइल मिस्त्री, सफी मौहम्मद, बबलू खां, शरीफ शाह, युनूस अंसारी, वारिस अंसारी, इस्लाम अब्बासी, शहजादे खान, नसरूद्दीन अब्बासी, बाबूद्दीन, साविर हुसैन, अजहर बेग, अजीम खां, कल्लू, अंकुर प्रेमी आदि मौजूद थे।