Monday, November 25, 2024
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चक्रवाती तूफान और 24 घंटे में बेहद तीव्र तूफान में तब्‍दील हो जाएगा

नई दिल्ली, जन सामना ब्यूरो। बंगाल की खाड़ी के दक्षिणपूर्व से उठा चक्रवाती तूफान ‘फानी’ पिछले 24 घंटों के दौरान उत्‍तर, उत्‍तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ गया है। आज सुबह 8:30 बजे यह 8.7 डिग्री उत्‍तरी अक्षांश तथा 86.9 डिग्री पूर्वी देशांतर पर बंगाल की खाड़ी में दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर श्रीलंका के त्रिंकोमाली से 620 किलोमीटर पूर्व में और चेन्‍नई से 870 किलोमीटर दूर पूर्व और दक्षिण-पूर्व तथा आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम से 1040 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित था। फानी अगले छह घंटों के दौरान भीषण चक्रवाती तूफान तथा अगले 24 घंटों में बेहद भीषण चक्रवाती तूफान में तब्‍दील हो सकता है। फानी 1 मई की शाम तक उत्‍तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए बाद में धीरे-धीरे उत्‍तर, उत्‍तर-पूर्व दिशा की ओर मुड़ जाएगा।
भारी बारिश की चेतावनी
तूफान के प्रभाव से 29 और 30 अप्रैल, 2019 को केरल में कई स्‍थानों पर हल्‍की से मध्‍यम और कुछ स्‍थानों पर तेज बारिश हो सकती है। 29 और 30 अप्रैल, 2019 को तटीय तमिलनाडू और दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्‍की बारिश होने की संभावना है। 2 मई को आंध्र प्रदेश के उत्‍तरी तटीय इलाकों और ओडिशा के दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में कुछ स्‍थानों पर हल्‍की से मध्‍यम बारिश हो सकती है। ओडिशा के तटवर्तीय इलाकों और उससे सटे आंध्र प्रदेश के उत्‍तरी तटवर्ती जिलों में 3 मई से तेज से बहुत तेज बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल के तटवर्ती जिलों में भी 3 मई से कई स्‍थानों पर हल्‍की से मध्‍यम बारिश और कुछ स्‍थानों पर तेज बारिश होने की संभावना है।
हवा की चेतावनी:-
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व और उसके आसपास के क्षेत्रों में 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही तेज हवाएं 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार भी पकड़ सकती है। 30 अप्रैल की सुबह से हवा की रफ्तार बढ़कर 120 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है। 1 मई की शाम से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और पास के पश्चिम मध्‍य क्षेत्र में तथा तमिलनाडू के पूर्वी हिस्‍से तथा पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्रों में 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती है।
आज 29 अप्रैल की सुबह से तमिलनाडु और पुदुचेरी के तटीय तथा कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं ने 50 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार पकड़ ली है। 30 अप्रैल की सुबह तक इसकी रफ्तार 60 किमी प्रति घंटे हो जाने की संभावना है। 30 अप्रैल की शाम से उत्तर-तमिलनाडु एवं पुदुचेरी और इससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश के जिलों के तटों पर हवा की रफ्तार 50-50 किमी प्रति घंटे रह सकती है जो बढ़कर 70 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
आज 29 अप्रैल को केरल के तटवर्ती क्षेत्रों और आसपास के इलाकों में 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती है जो आगे 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। 30 अप्रैल को हवाओं की गति बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे हो सकती है।
2 मई से आंध्र प्रदेश के उत्‍तरी क्षेत्र तथा ओडिशा के तटवर्ती क्षेत्रों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है। 3 मई से इसकी रफ्तार 50-60 किमी प्रति घंटे हो सकती है जो आगे बढ़कर 70 40-50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
समुद्र की स्थिति
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्वी हिस्‍से और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति खराब है। ऊंची लहरें उठ रही हैं। 30 अप्रैल की सुबह से बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम मध्‍य क्षेत्र, पुद्दुचेरी के पूर्वी हिस्‍से तथा आंध्र प्रदेश के दक्षिण हिस्‍से में समुद्र की स्थिति और खराब हो सकती है। 1 से 3 मई के बीच बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्‍य क्षेत्र और आंध्रप्रदेश के तटवर्ती इलाकों में समुद्र की स्थिति और खराब होने की आशंका है। 1 मई, 2019 से पुद्दुचेरी और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तटवर्ती क्षेत्रों में तथा 2 मई से आगे 1 से 3 मई तक आंध्र प्रदेश के उत्‍तरी तटवर्ती क्षेत्रों और ओडिशा के तटीय इलाकों में समुद्र की स्थिति काफी खराब होने की आशंका है।
मछुआरों के लिए चेतावनी
मछुआरों को आज 29 अप्रैल को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण- पश्चिमी और दक्षिण पूर्वी क्षेत्र भूमध्‍यरेखीय हिंद महासागर तथा श्रीलंका से सटे समुद्री में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
मछुआरों से कहा गया है कि वे 1 मई तक बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्‍य क्षेत्र पुदुचेरी और आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाकों के तथा श्रीलंका के समुद्री क्षेत्र में न जाएं। उन्‍हें 1-3 मई तक बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्‍य और आंध्र प्रदेश के उत्‍तरी तटवर्ती क्षेत्रों में भी समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। 2 मई से उन्‍हें ओडिशा के तटवर्ती इलाकों से भी दूरी बनाए रखने को कहा गया है। वे मछुआरे जो अभी गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए जा चुके हैं, उन्हें तुरंत वापस लौटने की सलाह दी जाती है।