सरकार का हो रहा है भारी नुकसान और आम आदमी हलकान
प्रयागराज, वी. डी. पाण्डेय। इस समय प्रयागराज के कोने कोने मेे चुपके से खडी पायी जाने वाली मशीने रात में सड़कों के किनारे आकर लग जाती है। यह भारी भरकम अत्याधुनिक सिस्टम से लैस मशीने प्राईवेट टेलीकाम कंपनियो के फाईबर केबल को भूमिगत करने के काम में लायी जाती है। जिनके माध्यम से लोहे के बड़े-बड़े पाईपों को जमीन के अंदर डाला जाता है।
आपको बता दे कि इन एचडी मशीन आपरेटरों के पास किसी भी सरकारी विभाग का परमीशन नहीं होता है जैसै पीडब्लूडी, जल निगम, विद्युत विभाग इसलिए ये लोग रात में चोरों की तरह मशीन चलाते है। जिसका परिणाम यह होता है कि अक्सर पानी की पाईप लाईन टूट जाती है। जिससे लोगों को पानी का संकट झेलने को मजबूर होना पड़ता है तो कही विद्युत की पावर केबल काट दी जाती है जिससे विद्युत सप्लाई चरमरा जाती है। कही-कही सीवर लाइन तोड़़ कर गंदगी से तबाही मचाते है।
प्राईवेट कंपनियो के मालिक व इंजीनियर आपरेटरों से रात में ही मशीन चलवाते है। जिसके फलस्वरूप शहरवासियों को पीने के पानी बिजली के संकट से दो चार होना पड़़ रहा है।
यही नहीं जहा एक ओर सरकार पानी की तरह पैसा बहाकर सड़कों को गडढ्ढामुक्त कर रही है वही एच डीडी मशीन वाले सड़कों को खोदकर फुटपाथों को तोड़कर आवागमन को भी बाधित करने का काम कर रहे है।
सबसे चिंता का विषय तो यह है कि शहर में इतना सब हो रहा है फिर भी संबंधित विभाग कान में तेल डालकर आंख में पट्टी बांधकर मौन है। इन मशीन आपरेटरो और प्राईवेट टेलीकाम कंपनियों जिनमे जियो, एयरटेल, टाटा, वोडा प्रमुख है। इनके खिलाफ किसी तरह की कानूनी कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिससे इन मशीन आपरेटरों का मनोबल बढा है। जिससे ये रात में बेखौफ बिना अनुमति अपने काम को अंजाम देते है।
इतनी समस्या के बाद भी इस और अधिकारियों का ध्यान न जाना कई तरह के संकेतो को बल देते है कही ऐसा तो नहीं कि विभाग के लोग भी उनकी इस मामले में मदद तो नहीं कर रहे है।
सूत्रो की माने तो आपरेटर बेखौफ मशीन चलाते है यदि कोई विभाग का कर्मचारी पहुंच गया तो उसे ले देकर शांत करा दिया जाता है।
यदि यही हाल रहा तो प्रयागराज पुनः नारकीय स्थिति में पहुंच जाएगा इसलिए समय रहते इनके खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही की जरूरत है।