हाथरस, नीरज चक्रपाणि। कुपोषण को जड़ से समाप्त करने को लेकर बाल विकास विभाग द्वारा खाका तैयार किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों को सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस माह में बड़े पैमाने पर पोषण संबंधी कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस माह की थीम अनुपूरक आहार है। कार्यक्रमों के आयोजनों के लिए कार्य योजना तैयार करने के लिए बैठक भी निश्चित तारीखों पर आयोजित की जाएंगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) डी.के. सिंह ने बताया कि शासन द्वारा पोषण माह मनाए जाने के निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि पोषण कार्यक्रमों को लेकर मासिक कलैंडर जारी किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि माह के प्रथम सप्ताह को पुरुष भागीदारी सप्ताह, द्वितीय सप्ताह को किशोरी सप्ताह, तृतीय को बाल सप्ताह व चतुर्थ को माता सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा। इसके तहत बचपन दिवस, सुपोषण स्वास्थ्य मेला, किशोरी दिवस, वीएचएनडी, ग्रह भ्रमण, अन्नप्राशन दिवस, लाड़ली दिवस, बाल सुपोषण उत्सव आदि जैसे कार्यक्रमों का आयोजन माह के अंत तक होगा।
डीपीओ ने बताया कि बाल सुपोषण उत्सव के अवसर पर 6 माह से 6 वर्ष तक के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक साथ समूह में बिठाकर खाना खिलाया जाएगा। इसके लिए माताएं अपने घर से स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर लाएंगी। ये व्यंजन आपूर्ति पुष्टाहार से व स्थानीय सब्जियों और दालों से बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि निर्देशानुसार अगस्त माह के अंतिम तीन दिनों में पोषण माह को सफल बनाने के लिए बैठकें आयोजित की जाएंगी। 29 को जनपद स्तरीय बैठक, 30 को परियोजना स्तरीय बैठक व 31 को सैक्टर स्तरीय बैठक का आयोजन होगा। जिसमें कार्यक्रमों के सफल आयोजनों के लिए सभी सीडीपीओ, सुपरवाइजरों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को निर्देश दिए जाएंगे।