हाथरस, नीरज चक्रपाणि। न्याय की जंग जारी है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए बड़े-बड़े कदम समाज के सभी अंगों को उठाने पड़ेंगे जिससे आरोपियों के हौसले पस्त हों। एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक ह्यूमन राइट्स द्वारा एक ज्ञापन डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन को दिया गया।
एडीएचआर के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीन वाष्र्णेय के नेतृत्व में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत सारस्वत एड. से मिला और ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया के 23 अगस्त की रात्रि टीवी अस्पताल में भर्ती किशोरी के साथ घिनौने कृत्य के लिए आरोपियों को जल्द से जल्द सजा हो, इसके लिए सभी अधिवक्ताओं का सहयोग चाहिए।
पीड़ित किशोरी का परिवार काफी करीब है, वह मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता है। उक्त केस के आरोपियों द्वारा मानवता को शर्मसार कर मरीजों के विश्वास को तोड़ा है, जब अस्पताल में मरीज अपना इलाज कराने डॉक्टर के पास जाता है तो वह उसको भगवान का दूसरा रूप मानकर जीवन दान की उम्मीद करता है। जब डॉक्टर किसी मरीज का इलाज करता है तब उस स्थिति में मरीज को यह नहीं मालूम होता है कि डॉक्टर को जीवन दान के लिए दवा इंजेक्शन दे रहा है या उसकी मृत्यु अथवा उसकी अस्मत से खेलने के लिए इलाज कर रहा है। सब कुछ भगवान और डॉक्टर के भरोसे ही रहता है। इन दोनों आरोपियों ने मरीज के विश्वास को तोड़कर उसके साथ विश्वासघात किया है। डॉक्टरों के पेशे को बदनाम किया है और वह भी सरकारी अस्पताल के अंदर ऐसा घिनौना कृत्य कर मानवीय विश्वास को खत्म किया है। अब मरीज कैसे भरोसा करें कि डाक्टर उसका इलाज करेगा या उसके जीवन को बर्बाद कर देगा।
ज्ञापन में मांग की कि जनपद के सभी अधिवक्ता उक्त केस के दोनों आरोपियों का मुकद्दमा न लड़कर पीड़ित और पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए पीड़िता का मुकद्दमा निशुल्क अथवा सहानुभूति पूर्वक लडकर इस परिवार को न्याय दिलाने के साथ-साथ न्यायिक व्यवस्था में उच्च आदर्शों का मापदंड स्थापित कर समाज को नई दिशा दें।
डिस्ट्रिक्ट बार एसो. के अध्यक्ष लक्ष्मीकांत सारस्वत एड. ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय और घृणित घटना है। इस संबंध में हम अपनी कोर कमेटी की बैठक बुलाकर उचित और न्याय प्रिय निर्णय लेकर पीड़िता को न्याय दिलाने में अपना पूर्ण सहयोग देंगें। ज्ञापन देने वालों में राष्ट्रीय प्रवक्ता देवेंद्र गोयल, जिला अध्यक्ष सौरभ सिंघल, जिला कोषाध्यक्ष कौशल किशोर गुप्ता आदि थे।