कानपुर देहात, जन सामना ब्यूरो। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के जीवन आदर्शो एवं पूर्व प्रधामंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की सादगी अनुकर्णीय है। इसको हमें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। जिससे सादगी व सरलता के साथ ही हम दूसरे के हितों को ध्यान में रखते हुए देश व प्रदेश के विकास में अपना योगदान दे। उक्त उद्गार जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने राष्ट्रपिता/अहिंसा आन्दोलन के जनक महात्मा गांधी/मोहनदास करमचन्द्र गांधी जी की 150वीं एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 116वीं जयंती के अवसर पर कलेक्टेªट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में दिये।
कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी द्वारा महात्मा गांधी एवं शास्त्री जी के चित्र पर पुष्प अर्पण कर किया गया। साथ ही अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट जेपी पाण्डेय, वरिष्ठ कोषाधिकारी केके पाण्डेय, जिला सूचना अधिकारी वीएन पाण्डेय सहित समस्तजनों ने पुष्पों के माध्यम से अपने श्रद्धासुमन अर्पित किये।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जनपदवासियों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंतीपर बधाई देते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने जीवन भर सत्य एवं अहिंसा का पालन किया और इन्हीं हथियारों के बल पर उन्होंने हम सभी को अंग्रेजों से स्वतंत्रता दिलायी। उन्होंने बताया कि गांधी जी रामराज्य अर्थात आदर्श राज्य की परिकल्पना किया करते थे, वे चाहते थे कि देश में ऐसा राज्य स्थापित हो, जहां धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रवाद का बोलबाला हो। ऐसा राज्य जो किसी धर्म विशेष का राज्य नहीं, बल्कि नीति और मर्यादा पर आधारित ऐसा राज्य जिसमें धर्म, जाति, भाषा और क्षेत्र के आधार पर भेदभाव न हो। उन्होंने शास्त्री जी द्वारा स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद गरीबों, किसानों एवं मजलूमों के उत्थान के लिए किये गए कार्यों से परिचित कराया। उन्होंने ये भी कहा कि गांधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को हम तभी साकार कर सकते हैं, जब हम सभी अपने दायित्वों का पालन पूरी निष्ठा एवं लगन से करेंगे। उन्होंने दोनों महान विभूतियों के जीवन वृत्त पर प्रकाश डालते हुए तथा उनके आदर्शों का हवाला देते हुए कहा कि एक सरकारी सेवक को अपने में जनता को देखना चाहिए, यही सच्ची सेवा एवं देशभक्ति है। उन्होंने कहा कि एक जागरूक युक्त मे 10 के सापेक्ष पांचवा बच्चा कुपोषण का शिकार जो चिन्ता का विषय है इसे दूर करने मे महिलाओ को लगना होगा क्योंकि वह इस समस्या को गम्भीरता से ले उन्होने सहजन के सेवन के आकडे बताते हुए कहा कि पालक, दूध, दही, केले से ज्यादा विटामिन होती है। जिससे कि हर व्यक्ति को अपने घर के बाहर सहजन का पौधा अवश्य लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी को जनपद से अतिकुपोषण से दूर करना है।
उन्होंने सभी जनपदवासियों का आवाहन करते हुए कहा कि आज के शुभ अवसर पर यह दृढ़ संकल्प ले कि आज से हम पालीथीन व न नष्ट होने वाली किसी भी प्रकार की प्लास्टिक का प्रयोग नही करेंगे। अगर हम इस संकल्प को पूरी तरह से निभा लिए तो स्वच्छता की आधी जंग हम स्वतः ही जीत जायेंगे। इसके लिए सरकारी प्रयासों के अतिरिक्ति जन सहभागिता की महती अवश्यकता है। हमें अपनी मनोवृत्ति में परिवर्तन लाना होगा और स्वच्छता को अपने दैनिक दिनचर्या का एक अभिन्न अंग बनाना होगा तभी हम स्वच्छता में अपना योगदान पूर्ण मनोयोग से कर पायेंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जोगिन्दर सिंह ने सभी से अपने दायित्वों व कर्तव्यों का पूर्णमनोयोग से निष्पादन करने पर जोर दिया। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व साहब लाल ने अपने सम्बोधन के माध्यम से उनके विचारों व दर्शनशास्त्र से परिचित कराया, अपर जिलाधिकारी प्रशासन पंकज वर्मा ने कहा कि उनके जीवन मूल्यों पर आधारित वृतांतों का जिक्र करते हुए स्वच्छता पर विशेष बल दिया। अतरिक्ति मजिस्ट्रेट जेपी पाण्डेय ने बताया कि किस प्रकार हम अपने अन्दर परिवर्तन लाकर देश और प्रदेश के विकास में अपना सहयोग दे सकते है, जिला आबकारी अधिकारी जीतेन्द्र सिंह ने विशेष तौर से गांधी जी व शास्त्री जी के आदर्शो को अनुग्रहण कर उनके दिखाये मार्ग पर चलने के लिए बल दिया। वरिष्ठ कोषाधिकारी केके पाण्डेय ने कहा कि असहयोग आन्दोलन स्वदेशी आन्दोलन आदि के माध्यम से देश के जनसाधारण को संगठित करते हुए आजादी के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
उक्त के उपरांत जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह द्वारा जवाहर नवोदय विद्यालय की छात्राओं द्वारा ‘‘ दे दी हमें आजादी‘‘, रघुपति राघव राजाराम, स्वर्ग से सुन्दर देश हमारा‘‘, हमकों हमारी भारत की मिट्टी‘‘ के समुह गीत के माध्यम से उपस्थित समस्तजनों को मंत्रमुग्द्ध करते हुए गुनगुनाने पर विवश कर दिया। साथ ही विद्यालय के छात्र-छात्राओं व शिक्षकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके पर अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
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