कानपुर, अर्पण कश्यप। सुबह 9ः00 से 11ः00 तक सरकारी आदेशों पर बंद थे स्कूल लेकिन आदेशों को किया गया, दरकिनार अयोध्या जैसा संवेदनशील मसला था फैसला आना था जिसके चलते शहर प्रशासन ने 9 तारीख से लेकर 11 तारीख तक सभी स्कूलों को बंद रखने का सरकारी आदेश दिया गया था। बावजूद इसके बाद भी शहर के जरौली स्थित एक पब्लिक स्कूल के प्रबंधक यस डी मिश्रा से इस विषय पर चर्चा की उन्हें अवगत कराया गया और पूछा कि क्या आपको प्रशासननिक आदेशों का पता नहीं है। जवाब न देने की वजह प्रबंधक ने अरदब में लेने का प्रयास किया। स्कूल प्रबंधक ने प्रशासन को अपनी जेब में रखने का हवाला देकर कहा मैं नहीं मानता किसी का आदेश, किसी कानून को जिसे जो करना है कर ले मैं चला रहा हूं स्कूल इस विषय में जब हमारी टीम ने सरकारी आदेशों के विपरीत खुले इस स्कूल में खेल रहे कुछ नौनिहालों से भी बात की तो उन्हें आदेशों की जानकारी थी बीएसए अधिकारी से जब इस विषय में बात की गई तो उन्होंने घुली मिली प्रतिक्रिया दी। आप भी देखिए कैसे आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है
कैसे अभी से इन मासूमों को सिखाया जा रहा है अभी से इन मासूमों को सिखाया जा रहा है अभी से आदेशों की अवहेलना करना। आखिर स्कूल प्रबंधक अभी से इन मासूमों को यह कैसा और कौन सा पाठ पढ़ा रहे हैं।