प्रदेश स्तर पर बेसिक शिक्षामंत्री ने प्रेस नोट जारी करते हुए लिखा है कि अपना प्रदेश सबसे बड़ा प्रदेश है जिस कारण कोविड-19 से जीतने के लिए चुनौती भी बड़ी है। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग का प्रत्येक अधिकारी, शिक्षक, अनुदेशक, शिक्षामित्र एवं कर्मचारी इस महामारी की रोकथाम व इसके दुष्प्रभाव से बचाव के लिए जी-जान से अपने-अपने क्षेत्रों में अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। प्रदेश की स्थिति यथाशीघ्र सामान्य बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग कटिबद्ध व अनवरत सेवारत है, साथ ही बेसिक शिक्षा विभाग का प्रत्येक सदस्य इस देश का नागरिक होने के नाते इस कार्य में सरकार को सहयोग देने के लिए अपने उत्तरदायित्व से भली-भांति अवगत है। राज्य एवं संपूर्ण देश में जनजीवन सामान्य बनाने में अपना सहयोग देने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के प्रत्येक सदस्य ने स्वेच्छा से अपना 1 दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान देने का निर्णय लिया है। बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए 76 करोड़ 14 लाख 55 हजार 537 रुपये की धनराशि कोषागार के माध्यम से हस्तांतरित किए जाने हेतु सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को शासन द्वारा निर्देशित कर दिया गया है। साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि आवश्यकता पड़ने पर बेसिक शिक्षा विभाग आगे भी सहयोग करने के लिए तैयार है।