सासनी/हाथरस, जन सामना संवाददाता। शुक्रवार की देर शाम आई आंधी ने अन्नदाता का खेतों में पडा लाखों रूपये का सोना उडा दिया। जिससे किसान की हालत और खस्ता हो गई। किसान ने सरकार से अपनी भरपाई के लिए गुहार लगाइ्र है।
शनिवार को किसानों ने बताया कि देर शाम आई आंधी में किसी किसान का तो भूसा उड गया तो किसी का इकठ्ठा लांक ही आंधी की हवा में उड गया। वहीं आंधी से पेड टूटकर सडक पर गिर गये। जिससे आवागमन अवरूद्ध हो गया। सुबह ग्रामीणों ने टूटे पेडों को सडक से अलग किया ओर उसकी डालियों को काटकर रास्ता साफ किया। वहीं जो किसान रात्रि में थ्रेरस से अनाज निकाल रहे थे। उनका भी भूसा मशीन से उडकर काफी दूर जा गिरा। जिससे किसानों का लाखों रूपये का नुकसान हो गया। किसानों ने बताया कि पूर्व में अतिओलावृष्टि और बारिश से फसल का नुकसान हेा गया थां बची हुई कसर कुदरत ने अब पूरी कर ली। हालांकि सरकार किसानेां के लिए बहुत कुछ कर रही हैं मगर किसान फिर भी खुश नजर नहीं आ रहा है, क्योंकि पूरी साल की मेहनत और लागात के मुताबिक जब किसान को फसल न मिले तो किसान के माथे पर चिंता की लकीरों का खिंचना स्वाभाविक है। गांव लढौटा रामप्रकाश नगाईच ने बताया कि वह गेहूं निकलवाकर घर ले आए। मगर भूसा खेत में पडा था। जो आंधी में उड जाने के कारण उनका करीब बीस हजार का नुकसान हो गया। वहीं भीकमपाल सिंह ने बताया कि उनका भी खेतों में पडा लांक इधर-उधर हो गया और एक दिन पूर्व में निकाला हुआ भूसा भी उड गया। जिससे उनका करीब तीस हजार का नुकसान हो गया। इसक अलावा कई गांव के किसानों ने अपनी बात सरकार तक पहुुंचाते हुए सरकार से इस आंधी से हुए नुकसान के भरपाई की मांग की है।