हाथरस, नीरज चक्रपाणि। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के प्रदेश नेतृत्व के आव्हान पर जिला अध्यक्ष बृजेश वशिष्ठ के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने जनपद में घटनाओं को लेकर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2017 से अब तक लगभग 170 ब्राह्मणों की हत्याएं सामूहिक रूप से हुई हैं। जैसे रायबरेली, अलीगढ़, झांसी, एटा, प्रयागराज, गाजियाबाद एवं हाथरस आदि जनपद इसके उदाहरण हैं। विगत दिनों 23 वर्षीय युवा सौरव शर्मा की नृशंस हत्या कर दी गई। परिजनों का आरोप हैं, कि जेल भेजे गए दोनों नामजदों को बिना किसी ठोस जानकारी जुटाई व हत्याकांड के अन्य आरोपियों व अज्ञात षड्यंत्र कारियों की गिरफ्तारी की दिशा में यदि उनसे कड़ाई से पूछताछ की जाती तो शीघ्र ही पर्दाफाश संभव हो सकता था। थाना कोतवाली हाथरस के ठीक सामने विगत 21 जून को राजेश शर्मा (प्रंबधक महाविद्यालय) उनके भाई अनिल शर्मा (बैंक मैनेजर) के साथ इंस्पेक्टर (क्राइम) रविंद्र यादव व अन्य साथियों ने बीच सड़क पर मारपीट की। उसके बाद थाने के अंदर भी मारपीट की। जो कि दोनों जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पुष्टि हो सकती है। उसके बाद झूंठे मनगढ़ंत आरोप लगाकर दोनों भाइयों को जेल भेज दिया गया।
ब्राह्मणों की हत्याओं की जांच ईमानदार एवं निष्पक्ष एजेंसी से कराकर दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जाये तथा ब्राह्मणों की सुरक्षा की व्यवस्था व पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता और रोजगार सुनिश्चित करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देशित करें। जिससे ब्राह्मण समाज का विश्वास सरकार के प्रति बना रहे अन्यथा की स्थिति में ब्राह्मण समाज को आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। जिलाधिकारी ने सौरभ के पिता और चाचा से पूरे प्रकरण को गंभीरता से सुनने के बाद समुचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। प्रतिनिधि मंडल में मंडल अध्यक्ष जयशंकर पाराशर, राजेश शर्मा (एलआईसी), बृजेश शुक्ला, विनय भारद्वाज, अजय रावत, दिनेश पाठक, सौरभ के पिता अनिल कुमार, चाचा अजय कुमार, बॉबी पंडित, पंकज, वौबी गौतम, अनिल शर्मा आदि थे।