Saturday, June 7, 2025
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 शिक्षाविद् स्व0 मक्खनलाल गुप्त की 26 वी पुण्य तिथि पर हुआ भाव-पूर्ण आयोजन

हाथरस,जन सामना । श्याम कुंज स्थित एम.एल.डी.वी. पब्लिक इ0 का0 में प्रमुख शिक्षाविद् स्व0 मक्खनलाल गुप्त की 26 वी पुण्य तिथि पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। वक्ताओं ने स्व0 गुप्त की शैक्षिक-यात्रा का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा के पावन उद्देश्य की पूर्ति के लिए हाथरस शहर में वर्ष 1944 में वी0सी0 झूरिया हा0 सै0 स्कूल, वर्ष 1948 में बारहसैनी इ0का0 (वर्तमान में अक्रूर इ0का0) एवं वर्ष 1952 में अपने पूज्य पिता की स्मृति में  दौलतराम बारहसैनी इ0का0 की स्थापना की। इन सभी विद्यालयों के संस्थापक प्रधानाचार्य रहते हुए उन्होंने शिक्षा को कभी व्यवसाय से नहीं जोड़ा। शिक्षा उनके लिए सेवा एवं समर्पण थी। यही कारण था कि उनके शिष्य उन्हें ‘शिक्षा के बापू’ नाम से पुकारते थे। शिक्षा के प्रति उनकी दृढ़-इच्छा शक्ति एवं अनवरत साधना का ही परिणाम था कि उन्होंने निर्भय एवं वीरेन्द्र तरूण जैसे अन्तर्राष्ट्रीय कवि, इन्द्रकुमार जैसे हनुमतधाम शुकताल (मुजफ्फरनगर) के महंत, विजेन्द्र सिंह जैसे न्यायाधीश एवं रामवीर उपाध्याय जैसे राजनीतिज्ञ तैयार किए जो विविध क्षेत्रों में हाथरस की विजय दुंदभी सम्पूर्ण भारत में बजाए हुए हैं। इसके अतिरिक्त स्व0 गुप्त सुरजोबाई शाह इ0का0 हाथरस सासनी विद्यापीठ इ0 का0 सासनी, राजेन्द्र लोहिया विद्या मंदिर, जनता उ0 मा0 विद्यालय मुरसान, हरि नेत्र चिकित्सालय एवं मानव सेवा संस्थान की प्रबंध-समिति में महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए समाज सेवा हेतु सदैव समर्पित रहे।
कार्यक्रम अध्यक्ष सी.बी.एस.ई. स्कूल एसोसियशन के जिलाध्यक्ष डाॅ. उमा शंकर शर्मा लार्ड ने स्व0 मक्खन लाल गुप्त के सुपुत्र राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित स्वतंत्र कुमार गुप्त द्वारा शिक्षा-क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट प्रयासांे का जिक्र करते हुए कहा कि श्री गुप्त ने अपने पिता की परम्परा को आगे बढ़ाते हुए शैक्षिक उन्नयन के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयास किए हैं एवं अपने माता-पिता की स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के उद्ेश्य से वर्ष 1998 में श्यामकुंज में सी. बी. एस. ई. नई दिल्ली से सीनियर सेकेण्ड्री लेवल तक सम्बद्ध एम. एल. डी. वी. पब्लिक इ0 का0 की स्थापना की है जो शिक्षा-क्षेत्र में छात्र/छात्राओं के सर्वागीण विकास को समर्पित है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि सुनील कुमार जिला विद्यालय निरीक्षक ने कहा कि कोरोना ने सम्पूर्ण संसार की शिक्षा व्यस्था को तहस-नहस करके रख दिया है। विद्यार्थी एवं शिक्षकों के मध्य बहुत बड़ा गैप हो गया है। इस गैप को आॅनलाइन शिक्षा/दूरदर्शन शिक्षा द्वारा पूरा करने के शिक्षा विभाग द्वारा प्रयास किए गए है। किंतु गरीबी, नेटवर्क आदि की समस्या ने आनलाइन शिक्षा पर प्रश्न चिन्ह भी लगा दिए हैं। आगामी सत्र से पूर्व कोरोना संहार की वैक्सीन आ रही है। विश्वास है कि निकट भविष्य में हमारे शिक्षक अतिरिक्त श्रम करते हुए शैक्षिक-गैप को भरने के लिए समवेत रूप से संकल्प बद्ध होकर प्रयास करेंगे तब ही स्व0 मक्खनलाल गुप्त के सभी को शिक्षा देने का स्वप्न साकर होगा। कार्यक्रम में शिवानी, कशिश, सुहानी, खुशबू, मुस्कान, नेहा, अलका, चित्रांशी, कविता, कोमल, आकाश, हिमांशी, आस्था, देवांशी, आकांक्षा, हर्षिता, गौरी, शिवी, वैष्णवी, कल्पना शर्मा, संजय मिश्रा, लवी वाष्र्णेय, सुनीता गुप्ता, प्रियंका जैन, सुमन वाष्र्णेय, मनीष कुमार, राजेन्द्र प्रसाद, पुनीत वाष्र्णेय, पुनीत गुप्ता, श्याम सिंह के भक्ति संगीत के कार्यक्रम ने श्रोताओं को मंत्र-मुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम में कालेज प्रेसीडेन्ट दाल वाले, आर. के. गुप्ता, ज्ञान चन्द्र गुप्ता, ज्ञानेन्द्र सिंह, ममता उपाध्याय, सरिता देवी, डाॅ0 रामनिवास दुबे, डाॅ0 हरिश्च चन्द्र, दिनेश सेकसरिया, शिव कुमार वकार जाफरी, रनवीर सिंह पाठक, ए. के. सिंह, जी.पी.सिंह, प्रो0 बी.बी. दिवेद्वी, सतीश चन्द्र गुप्त, आर.पी. कौशिक, (सभी शिक्षाविद्) स्मृति पाठक, एस.एन.गौतम, मधु शंकर अग्रवाल, मोती राम गोला, दिनेश चन्द्र अग्रवाल, हर्षित गुप्ता, (एकवोकेट गण) अखिल भारतीय परिषद के जिला अध्यक्ष आलोक गुप्ता, डिप्टी डायरेक्टर कुमुद कुमार गुप्ता, राघवेन्द्र गुप्ता, कोर्डिनेटर शैलकान्ता गुप्ता, पूनम वाष्र्णेय, कल्पना कुमारी, दीपिका गुप्ता, मोहक, विश्वजीत, प्रनिका, यूविका, समर्थगुरू, आदि का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार शर्मा एवं सारिका सोनी ने संयुक्त रूप से किया। अन्त में प्रधानाचार्या नीरू गुप्ता ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।