कानपुर देहात,जन सामना। जिलाधिकारी डॉ दिनेश चंद्र की अध्यक्षता में जनपद में एवियन इन्फ्लुएन्जा बर्ड फ्लू से बचाव हेतु कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में बैठक की गयी। बैठक में कहा कि एवियन इन्फ्लुएन्जा बर्ड फ्लू की पुष्टि होती है तो टास्क फोर्स की तत्काल बैठक कि जाये तथा समस्त विभागों को उनके द्वारा किये जाने वाले कार्यो से अवगत कराया जायेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि संक्रमण से 01 किलोमीटर क्षेत्र को संक्रमित जोन के रुप में चिन्हित किया जायेगा। संक्रमित जोन में कन्ट्रोल रुम बनाया जायेगा जो कि 24 घंटे कार्य करेगा। संक्रमित क्षेत्र से जीवित पक्षियों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबन्ध कर दिया जायेगा। उन्होेंने कहा कि तहसील स्तरीय आर0 आर0 टी0 टीम गठित है। यह टीम संक्रमित क्षेत्र के पक्षियों की कलिंग, मृत पक्षियों का निस्तारण एवं उसके पश्चात संक्रमित फार्म पर डिसइन्फेक्शन का कार्य करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थय विभाग आर0 आर0 टी0 सदस्यों का परीक्षण करेगें तथा उन्हे कार्य पर जाने से पहले टैमीफ्लू एण्टीवायरल एक गोली प्रतिदिन 10 दिनों तक उपलब्ध करायेगेें। जिला प्रशासन द्वारा कुक्कुट, माॅस, अण्डा बेचने वाली सभी दुकाने संक्रमण के केन्द्र बिन्दु से 10 किलोमीटर तक की परिधि में बन्द करा दी जायेगी। यह बन्दी कलिंग कार्य, सेनेटाइजेशन तक लागू रहेगी। कलिंग कार्य बाहर से प्रारम्भ करके केन्द्र तक किया जायेगा। कलिंग सरवाइकल डिसलोकशन विधि से किया जायेगा।जिलाधिकारी ने कहा कि पक्षियों की कलिंग, डिसइन्फेक्शन का कार्य की दैनिक रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी जायेगी। यह कार्य पूर्ण करने पर परिसर सील कर दिया जायेगा। राज्य सरकार सेनेटाइजेशन सर्टिफिकेट जारी करेगी। उन्होंने कहा कि तहसील स्तर पर रैपिड रिस्पान्स टीम पशुचिकित्साधिकारियों, पशुधन प्रसार अधिकारियों गठित कर दी गई है। विभागीय अधिकारी, कर्मचारी, कुक्कुट पालकों से लगातार संपर्क में रहे, ताकि किसी भी असामयिक बीमारी, मृत्यु की दशा में तत्काल सूचना मिल सके। कुक्कुट ईकाईयों पर विशेष सर्तकता रखी जाये। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी पशुपालन विभाग के अधिकारियों के संपर्क में रहे जिससे किसी भी प्रकार के वन पक्षियों की आकस्मिक, असाधारण मृत्यु में तत्काल कार्यवाही की जा सकें। एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लूकी किसी भी स्थिति से निपटने हेतु समस्त उपकरणों, सामग्री पी0पी0ई0 किट, डिसइन्फेक्टेन्ट, मास्क, सेनेटाइजर इत्यादि की व्यवस्था की गयी है। उन्होने बताया कि एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लू की आशंका की स्थिति में जनपद में कही भी पक्षियों की आकस्मिक, आसमायिक मृत्युु पर आर0आर0टी0 टीम द्वरा भ्रमण किया जाये। भ्रमण के समय पी0पी0ई0 किट का प्रयोग किया जायेगा। संक्रमण के स्थान पर पक्षियों एवं मनुष्यों का परिगमन प्रतिबन्धित कर दिया जायेगा। यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि पोस्टमार्टम हेतु पक्षी का शव विच्छेदन न किया जाये। संक्रमण के स्थान की पूर्ण सूचना जैसे मालिक का नाम, मोबाइल नम्बर, ग्राम, फर्म का प्रकार, पक्षियों की संख्या, तिथिवार मृत्यु विवरण, उपकरण, मनुष्यों के आवागमन आदि अंकित किये जायेगें।
जिलाधिकारी ने कहा कि संक्रमित कार्यस्थल से कोई भी वाहन बाहर नही जायेगा तथा बाहर से कोई भी वाहन संक्रमित क्षेत्र में प्रवेश नही करेगा। संक्रमित कार्यस्थल से पक्षी, अंण्डा, मृत पक्षियों, बीट, बिछावन, उपकरण आदि काई भी सामग्री बाहर नही जायेगी। फार्म पर कार्य करने वाले सभी कार्मिक पी0पी0ई0 किट पहनेंगे। फार्म पर ही छोड़कर जायेगें जिसको नष्ट कर दिया जायेगा अलर्ट जोन में लगातार सर्विलेन्स रखा जायेगा।
बैठक में मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा0 डीएन लावनिया ने बताया कि पोल्ट्री एवं प्रवासी पक्षियों का गहनता पूर्वक सर्विलांस किया जा रहा है। जनपद में छोटे. बड़े कुल 118 पोल्ट्री फार्म है। जिनमें कुल लेयर एवं ब्रायलर पक्षियों की संख्या कुल दो लाख 38 हजार पक्षी है। एवियन इन्फ्लूएंजा बर्ड फ्लू वायरस जनित रोग है। यह वायरस विपरीत परिस्थियों में स्पीसीज बैरियर को क्रास कर मनुष्य को भी संक्रमित कर सकता है। संक्रमित पक्षियों में 48 घंटे के अन्दर 90 से 100 प्रतिशत मृत्यु दर है। संक्रमित मनुष्यों में इसकी मृत्यु दर 50 प्रतिशत से अधिक देखी गई है। पक्षियों में संक्रमण के उपरान्त मुख्य लक्षण .पक्षी को ज्वर आना गर्दन, आँखों के नीचे सूजन, छीकना, कफिंग, सब कुटेनियस आदि है। इस बायरस का संक्रमण दूषित फीड, पानी, पोल्ट्री प्रोडेक्ट, उपकरण आदि से फैलता है। उन्होंने किसी प्रकार की मदद एवं समस्या की जानकारी हेतु जनपद कन्ट्रोल रूम नम्बर 8630491239 7905719046 पर कर सकते है। इस मौके पर एसडीएम सदर राजीव राज, डीएफओ डा0 ललित मोहन गिरी, अपर सीएमओ डा0 बीपी सिंह आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।