पत्नी ने ही खोली पति के फर्जीबाड़े की पोल
फिरोजाबाद,जन सामना। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी कर रहे एक फर्जी शिक्षक को बीएसए ने बर्खाष्त कर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिये है। उसके इस फर्जीबाड़े की पोल और किसी ने नही बल्कि उसकी पत्नी ने ही खोली। बताया जा रहा है पति-पत्नी में आपसी विवाद चल रहा है। देवेश सिंह पुत्र रमेश चंद्र की नियुक्ति बीटीसी 2008 के तहत प्राथमिक विद्यालय रजौरा में सहायक अध्यापक पद पर हुई थी। आरोपी शिक्षक ने एक जुलाई 2011 को विद्यालय में ज्वाइन किया। हालांकि देवेश वर्तमान में टूंडला ब्लाक के प्राइमरी स्कूल ठारखूबी में तैनात था। देवेश की पत्नी मनीषा पाल ने अपने पति के जाति प्रमाण पत्र के फर्जी होने की शिकायत की थी। आरोप था कि देवेश ओबीसी वर्ग में है। जबकि एससी वर्ग का प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी पा ली है। स्थलीय जांच में पता चला कि देवेश सिंह पुत्र रमेशचंद्र धनगर निवासी स्वामी नगर रेलबे स्टेशन शिकोहाबाद की जाति वास्तविक रूप में गडरिया है जो कि अन्य पिछड़ा वर्ग में आती है। जबकि देवेश के द्वारा गलत सूचना देकर धनगर जाति का प्रमाण पत्र बना लिया। सत्यापन में प्रमाण पत्र फर्जी पाए जाने के बाद आरोपी शिक्षक को जिला कमेटी ने सुनवाई के लिए बुलाया था लेकिन आरोपी शिक्षक कमेटी के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुआ। कमेटी ने आरोपी का फर्जी प्रमाण पत्र को निरस्त कर दिया और बीएसए ने बर्खास्त कर दिया। बीएसए अरविंद पाठक ने बताया कि कमेटी के निर्णय के अनुसार फर्जी शिक्षक देवेश को बर्खास्त कर दिया है। एबीएसए को निर्देश दिए हैं कि संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएं। शिक्षक से वेतन वसूली भी की जाएगी।