कहा गया है कि जीवन का सबसे बड़ा सुख निरोगी काया हैए उसके बाद अन्य सुख हैं।क्योंकि यदि किसी व्यक्ति का शरीर ही स्वस्थ नहीं होगा, तो उसके पास चाहे जितनी धन दौलत हो। वह जीवन में सुखी नहीं रह सकता। अतः हमें सबसे अधिक ध्यान अपने स्वास्थ्य पर देना चाहिए। एक अच्छी लाइफ स्टाइल, अच्छे खान.पान और नियमित व्यायाम के द्वारा हम अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि कोई इंसान कितने वर्षों तक जीवित रहता है। इसमें व्यक्ति के डीएनए का योगदान केवल 10ः होता है। बाकी 90% व्यक्ति का लाइफ स्टाइल यानी जीवन जीने की आदतों पर निर्भर होता है। लंबे समय तक जीवन जीने के लिए एक अच्छा लाइफस्टाइल होना बहुत जरूरी है। दुनिया भर की अपेक्षा जापान में बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है। वहां पुरुषों की औसत उम्र 81 वर्ष व महिलाओं की औसत उम्र 88 वर्ष है। जापान में लोगों की लंबी उम्र का राज है इकिगाई।इकिगाई नाम के सिद्धांत का मतलब है व्यक्ति के जीवन का उद्देश्य। हर व्यक्ति के जीवन जीने का तरीका, मान्यताएं एवं विचार अलग.अलग होते हैंए उद्देश्य अलग.अलग होते हैं। ये सिद्धांत व्यक्ति की आत्मा से जुड़े एक दर्पण की तरह होता हैए जो व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर अच्छा या बुरा असर डालता है अर्थात यदि व्यक्ति के विचार सकारात्मक हैं। वह अपने प्रत्येक दिन की शुरुआत किसी लक्ष्य को पाने की उम्मीद के साथ करता है और अपने परिवार के साथ उसका करीबी संबंध है| तो फिर व्यक्ति का जीवन अच्छा रहेगा और उसकी आयु भी लंबी होगी। इकिगाई सिद्धांत जापान के ओकिनावा से आया हैए जहां 100 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या पूरी दुनिया में सबसे अधिक है।
माना जाता है कि यदि व्यक्ति धनवान हो तो उसकी उम्र बढ़ जाती हैए क्योंकि पैसे से कुछ भी खरीदा जा सकता हैए कुछ लोग शायद इससे सहमत न होंए पर 50 साल से ज्यादा लोगों पर हुई एक रिसर्च से पता चला है कि अभाव में जीने वाले लोगों की अपेक्षा सुविधा संपन्न लोगों की आयु अधिक होती है और उन्हें बीमारियां भी कम लगती हैं। यानी पैसे से कुछ हद तक उम्र के कुछ वर्ष भी खरीदे जा सकते हैं।
अमेरिका और इंग्लैंड में 10 साल तक की गई एक स्टडी के मुताबिक पैसे वाले लोगों की उम्र करीब 9 वर्ष तक बढ़ जाती है और इस दौरान वह निरोगी भी रहते हैं। ये रिसर्च इंग्लैंड के 10 हजार से ज्यादा और अमेरिका के 14 हजार से ज्यादा लोगों पर की गई। करीब 25 हजार लोगों पर रिसर्च के बाद आंकड़ों का आंकलन किया गया तो पता चला कि दौलतमंद लोग करीब 31 साल तक स्वस्थ रहे, यानी इस दौरान वह गंभीर रूप से बीमार नहीं पड़े। जबकि जिन लोगों के पास ज्यादा पैसा नहीं थाए वो 22 से 23 वर्ष ही स्वस्थ रह पाए। यानी पैसे वाले और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सेहतमंद उम्र के बीच करीब 9 साल का फर्क पाया गया।
एक स्टडी के मुताबिक 50 साल की उम्र तक पहुंच गए लोगों को 5 आदतों को अपनी जीवनशैली में शुमार कर लेना चाहिए। यह पांच आदतें हैंए सही खान.पान, नियमित व्यायाम, नियंत्रित वजन, धूम्रपान से परहेज व शराब से परहेज। इन पांचों आदतों को अपनाने से उम्र के 10 साल बढ़ जाते हैं। इस रिसर्च के रिजल्ट से पता चला है कि 50 साल की जिन महिलाओं ने इन आदतों को अपने जीवन में शामिल कर लिया। उनकी उम्र 10 साल बढ़ गई और उन्हें इस दौरान कोई गंभीर बीमारी भी नहीं हुई। किंतु जिन महिलाओं ने इन्हें नहीं अपनाया उन्हें लंबी उम्र नहीं मिली और लंबी उम्र मिली भी तो निरोगी काया नहीं मिली। इसी तरह इन पांच अच्छी आदतों को जीवन में शामिल करने वाले पुरुषों की उम्र भी कम से कम 7 से 8 साल तक बढ़ गई और वह भी खतरनाक बीमारियों से बचे रहे। इस रिसर्च में कहा गया है कि 50 वर्ष पूरे कर चुके वो लोग जो धूम्रपान करते थे या जिनका अपने वजन पर नियंत्रण नहीं थाए उन्हें आमतौर पर बीमारी मुक्त एक्स्ट्रा उम्र नहीं मिल सकी।
भारत के लोगों के लिए यह रिसर्च बहुत अहम है क्योंकि स्टडी में जिन बीमारियों से मुक्ति मिलने की बात कही गई है। उनसे सबसे ज्यादा हमारे ही देश के लोग प्रभावित हैं। उदाहरण के तौर पर भारत में हर वर्ष 58 लाख लोगों की मृत्यु ह्रदय रोग, फेफड़े की बीमारी, कैंसर और डायबिटीज की वजह से होती हैए यानी हर साल चार में से एक भारतीय की मौत इन्हीं बीमारियों के कारण होती है। ध्यान देने की बात है कि ज्यादातर मामलों में इस प्रकार की मौत 70 वर्ष तक पहुंचते.पहुंचते हो ही जाती है।
बाहर का खाना, डिब्बाबंद खाना, फास्ट.फूड आदि को अपने जीवन से दूर ही रखना चाहिए। ताजे फल और सब्जियों के अलावा साबुत अनाज को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए। इसके अलावा ज्यादा चीनी और ज्यादा नमक दोनों को कम कर देना चाहिए। अच्छे भोजन के साथ.साथ नियमित व्यायाम बहुत जरूरी है। लंबी उम्र के लिए हर रोज कम से कम 30 से 40 मिनट तक व्यायाम जैसे रनिंग, साइकिलिंग, स्विमिंग आदि नियमित रूप से करना चाहिए। हफ्ते में कम से कम 5 दिन व्यायाम के लिए समय अवश्य निकालना चाहिए और अपने वजन को भी कंट्रोल में रखना चाहिए। रिसर्च में डॉक्टरों ने धूम्रपान बिलकुल छोड़ देने की सलाह दी हैए 50 से ज्यादा उम्र के लोगों को तो धूम्रपान से दूर ही रहना चाहिए। क्योंकि धूम्रपान का सीधा असर फेफड़ों और हार्ट पर पड़ता है। फेफड़े और हृदय ठीक से काम न करें, तो मौत का खतरा बढ़ जाता है। रिसर्च में डॉक्टरों ने शराब से भी परहेज करने को कहा है। वैसे भी भारत सामाजिक मान्यताओं का देश है और हमारे देश में शराब को स्वास्थ्य के लिए तो हानिकारक माना ही जाता है। इसके साथ ही इसे एक सामाजिक बुराई के तौर पर भी देखा जाता हैए इसलिए शराब को अपने जीवन से दूर ही रखना चाहिए। इस प्रकार हम एक अच्छी जीवनशैली अपनाकर। और मर्यादित जीवन जीकर अपनी स्वस्थ उम्र के कुछ वर्ष और बढ़ा सकते हैं|